पटना। बिहार चुनाव में महागठबंधन को इस बार हार का मुंह देखना पड़ा है। करारी हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस और अन्य महागठबंधन के सहयोगी दल चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा कर रहें है। छत्तीसगढ़ के पूर्व CM और सीनियर कांग्रेस लीडर भूपेश बघेल ने भी चुनाव में मिली हार को लेकर कहा कि EC ने 65 लाख वोटर्स के नाम हटा दिए। उनका कहना है कि हमें हार इस लिए मिली क्योंकि वोट चोरी हुआ।
सभी राज्यों में क्यों नहीं?
भूपेश बघेल ने कहा हम बिहार ‘वोट चोरी’ की वजह से हारे। EC ने 65 लाख वोटर्स के नाम हटा दिए। 16 लाख एप्लीकेशन आए, 21 लाख नाम जोड़े गए। जब चुनाव शुरू हुए, तो 7.42 करोड़ वोटर्स थे। वोटिंग के आखिरी दिन 7.45 करोड़ वोटर्स थे। जब भी BJP इंस्ट्रक्शन देती है, EC तारीखें (SIR के लिए) जारी कर देता है। यह सिर्फ 12 राज्यों में क्यों हो रहा है? सभी राज्यों में क्यों नहीं?
35 सीटें भी मुश्किल से बचाई
चुनाव 2025 में महागठबंधन ने 35 सीटें भी मुश्किल से बचाई हैं। इन 35 में 22 सीटों पर जीत का अंतर दस हजार मतों से कम रहा है। इनमें राजद की 16, कांग्रेस की तीन, भाकपा-माले की दो और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी की एक सीट शामिल रही। एक हजार से कम मतों के अंतर वाली नौ सीटों में भी आधी से अधिक यानी पांच सीटें राजद-कांग्रेस के विधायकों ने जीती हैं। बाकी चार में तीन पर एनडीए, जबकि एक पर बसपा के विधायक ने जीत दर्ज की है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

