पटना। बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय (Bihar Monsoon 2025) हो गया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को राज्य के 18 जिलों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। इन जिलों के लिए यलो अलर्ट घोषित किया गया है, जहां अगले 24 घंटों में मेघगर्जन, वज्रपात और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है। विभाग ने किसानों, ग्रामीणों और खुले स्थानों पर रहने वाले लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्हें सलाह दी गई है कि खराब मौसम के दौरान वे सुरक्षित स्थानों में रहें और खेतों या खुले मैदानों में कार्य करने से बचें।
मौसम सामान्य रहने की उम्मीद
हालांकि राज्य के शेष जिलों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है, लेकिन हल्की उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर सकती है। अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
सक्रिय होगा मानसून
राज्य में अब तक मानसून की चाल बेहद सुस्त रही है। जून के अंतिम सप्ताह और जुलाई के पहले 10 दिनों में बारिश की भारी कमी देखी गई, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गईं। खासकर धान की खेती प्रभावित हुई है, क्योंकि खेतों में नमी की कमी के कारण रोपनी कार्य ठप पड़ा है।
पूरे राज्य में अच्छी बारिश
हालांकि अब मौसम विभाग ने राहत भरी जानकारी दी है। 16 जुलाई से पूरे बिहार में मानसून के फिर से सक्रिय होने की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से मानसूनी ट्रफ लाइन बिहार की ओर खिसक सकती है, जिससे पूरे राज्य में अच्छी बारिश होगी।
अब तक 52% बारिश की कमी
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक राज्य में 52 प्रतिशत बारिश की कमी दर्ज की गई है। जहां अब तक औसतन 275 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, वहां सिर्फ 133 मिमी बारिश हुई है। इसका सीधा असर कृषि कार्यों पर पड़ा है।
धान की बुआई बाधित
पटना, गया, नालंदा, भोजपुर और औरंगाबाद जैसे जिलों में धान की बुआई बाधित हुई है। कई जगह खेतों में दरारें पड़ गईं हैं और किसान निजी सिंचाई साधनों पर निर्भर हो गए हैं।
कुछ जिलों में हल्की बारिश
गुरुवार को पटना में दिनभर बादलों की आवाजाही रही। लखीसराय में हल्की बारिश हुई, जबकि औरंगाबाद 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म रहा। गया में सबसे कम तापमान 27.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
उमस बनी रहेगी
पटना में आज हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। वातावरण में नमी का स्तर 80-85 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद है, जिससे उमस बनी रहेगी।
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