Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने यह दावा किया कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है. इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची में मौजूद है, बल्कि दो स्थानों पर दर्ज है.

इस मामले में जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से कड़ा बयान सामने आया है. जदयू सांसद संजय कुमार झा ने तेजस्वी यादव और विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ पर सीधा हमला बोलते हुए कहा- जब चुनाव आयोग ने दिखाया कि उनका नाम है. एक जगह नहीं, दो जगह नाम आ गया. अब INDIA गठबंधन के नेताओं को बताना चाहिए कि क्या दो जगह नाम होना संवैधानिक है? संविधान में लिखा है क्या कि आप दो जगह वोटर हो सकते हैं? इन लोगों ने यही काम किया है- जनता को गुमराह करने का प्रयास.

तेजस्वी यादव का दावा

तेजस्वी यादव ने यह आरोप लगाया था कि उनका नाम मतदाता सूची से जानबूझकर हटाया गया है. उन्होंने इसे “लोकतंत्र के साथ छेड़छाड़” करार दिया था और चुनाव आयोग से शिकायत की बात भी कही थी. हालांकि बाद में चुनाव आयोग की स्पष्टीकरण रिपोर्ट सामने आने के बाद यह दावा सवालों के घेरे में आ गया.

जदयू का आरोप: “जनता को गुमराह कर रहा विपक्ष”

संजय कुमार झा ने आगे कहा- एक तरफ तो ये लोग लोकतंत्र बचाने की बात करते हैं, दूसरी तरफ खुद ही उसके नियम-कायदों को तोड़ते हैं. दो जगह नाम रखना अपराध है. क्या INDIA गठबंधन इसकी जिम्मेदारी लेगा? उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष सिर्फ भ्रम फैलाने की राजनीति कर रहा है, जबकि असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रहा है.

क्या कहता है कानून?

भारत के निर्वाचन कानून के अनुसार, एक नागरिक का नाम केवल एक ही विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में होना चाहिए. यदि किसी व्यक्ति का नाम दो स्थानों पर दर्ज है, तो यह चुनाव नियमों का उल्लंघन माना जाता है और इसके लिए कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.

राजनीतिक माहौल गर्म

तेजस्वी यादव के दावे और उस पर जदयू के पलटवार के बाद दिल्ली से लेकर पटना तक राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. जहां राजद और INDIA गठबंधन समर्थक इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं, वहीं एनडीए खेमे का कहना है कि यह विपक्ष की जनता को गुमराह करने की रणनीति का हिस्सा है.

ये भी पढ़ें- Bihar News: एक विवाह ऐसा भी! 3 बच्चों की मां पति को छोड़ भतीजे से रचाई शादी, फिर…