Bihar News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बिहार दौरे को लेकर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने करारा हमला बोला है. राहुल गांधी के बिहार को क्राइम कैपिटल (Bihar Crime Capital) कहे जाने पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जब वे दिल्ली में युवराज थे, तब बिहार में जंगलराज था, तब नहीं दिख रहा था.
प्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ समय पहले महागंठबंधन की सरकार थी, उस समय राहुल गांधी को क्राइम नहीं दिख रहा था. ये लोग विषय को ध्यान में न रखकर, सत्ता में हैं तो आज उनको बिहार में सारी तरक्की दिखने लगेगी. बिहार उनको अच्छा दिखने लगेगा, सत्ता से बाहर जाएंगे तो उनका क्राइम कैपिटल दिखने लगेगा.
आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य
जनसुराज संस्थापक ने कहा कि बिहार 1970 में भी देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य था और आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के पिता जी जब प्रधानमंत्री थे, 1989 में बिहार के विकास के लिए गांधी मैदान से 50 हजार करोड़ के पैकेज का घोषणा किए. क्या हुआ उस पैसे का?
मोदी जी हम लोगों को बेवकूफ बनाए
प्रशांत किशोर ने कहा कि जैसे मोदी जी हम लोगों को बेवकूफ बनाए, 1 लाख 25 हजार करोड़ रूपया दे रहे हैं, एको रूपया आया? वैसे ही राजीव गांधी ने 1989 में पटना के गांधी मैदान में घोषित किया था 50 हजार करोड़ रूपए का पैकेज, आज कहीं आया. उन्होंने कहा कि अपनी जब सरकार रहती है तो ये लोगों को बिहार नहीं दिखता है, बिहार की परेशानी नहीं दिखती है. जब दूसरा आ जाता है तो राहुल गांधी को बिहार दिख रहा है.
मोदी-राहुल बिहार के किस गांव में एक दिन रहे हैं?
पीके ने कहा कि राहुल गांधी और मोदी जी जीवन में कितने दिन में बिहार में आकर रहे हैं. ये लोग चुनाव में आते हैं लोगों को बरगलाने के लिए, वोट लेकर चले जाएंगे. उसके बाद न मोदीजी आने वाले हैं न राहुल गांधी आने वाले हैं. राहुल गांधी किस दिन बिहार के किसी एक गांव में एक रात रहे हों? मोदी जी बिहार में कौना गांव में एक रात रहे? 15 साल प्रधानमंत्री हैं, बिहार में एक भी फैक्ट्री लगाएं होतो बता दीजिए.
ये भी पढ़ें- बिहार दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी, गिरिराज सिंह ने बताया कनखी मार, कहा- बिहार की जनता ऐसे लोगों को क्यो सम्मान देगी?
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें