पटना. बिहार की राजधानी पटना में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम और फोटो का फर्जी तरीके से इस्तेमाल कर एक आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया गया. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.

घटना की पुष्टि करते हुए एसडीएम (पश्चिम) श्रेयाश्री ने बताया कि यह मामला 28 और 29 जुलाई के बीच प्रकाश में आया. उन्होंने कहा- एक आवेदन में न सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फोटो का दुरुपयोग किया गया, बल्कि मोबाइल नंबर और अन्य जानकारियां भी पूरी तरह से फर्जी पाई गईं.

आवेदन में की गई फर्जीवाड़ा

प्रशासन के मुताबिक, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आवासीय प्रमाण पत्र (Residential Certificate) के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन किया गया था. जब दस्तावेजों की सत्यता की जांच की गई, तो मुख्यमंत्री की फोटो और पहचान का उपयोग पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की गई. आवेदन में दर्ज मोबाइल नंबर, पता और अन्य जानकारियां भी फर्जी थीं.

मामला दर्ज, जांच शुरू

एसडीएम श्रेयाश्री ने आगे बताया कि संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कर दी गई है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा- हमने तुरंत मामला दर्ज कराया है। यह एक गंभीर मामला है क्योंकि इसमें राज्य के मुख्यमंत्री की पहचान का गलत इस्तेमाल किया गया है। जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.

साइबर अपराध की आशंका

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, यह मामला साइबर अपराध से जुड़ा हो सकता है. फर्जीवाड़े के तरीके और डिजिटल दस्तावेजों का दुरुपयोग देख कर पुलिस आईटी एक्सपर्ट्स की मदद ले रही है.

प्रशासन ने दिए चेतावनी संकेत

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने आम नागरिकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है और कहा है कि अगर कोई किसी अधिकारी या नेता की पहचान का दुरुपयोग करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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