सुरेश परतागिरी, बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के इंद्रावती क्षेत्र में 12 अप्रैल को नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में जवानों ने इनामी समेत तीन माओवादियों को ढेर किया था. इनमें से एक माओवादी कमांडर अनिल पूनेम था, जो अम्बेली ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था. वहीं इस मुठभेड़ में मारे गए दो अन्य नक्सलियों की भी शिनाख्त हो गई है.

अनिल पूनेम (एसीएम) माटवाड़ा एलओएस कमांडर था, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था. दीवान मड़कम और पालो पोडियाम माटवाड़ा एलओएस के सदस्य थे, जिन पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था. इस तरह से इन सभी नक्सलियों पर कुल 7 लाख रुपये का इनाम था.

ऐसे हुआ था मुठभेड़

जिला बीजापुर के इंद्रावती क्षेत्र के जंगलों में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया. इस अभियान में डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 210 और 202 की टीमों ने माओवादी विरोधी कार्रवाई की. मुठभेड़ 12 अप्रैल, 2025 को सुबह 9 बजे शुरू हुई और लगातार जारी रही. इस दौरान सुरक्षा बलों ने तीन माओवादियों को मार गिराया. मुठभेड़ स्थल से तीन 12 बोर राइफल, सिंगल शॉट राइफल और अन्य हथियारों के अलावा विस्फोटक सामग्री और माओवादी साहित्य बरामद किया.

2025 में अब तक 121 हार्डकोर माओवादी ढेर

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. ने बताया कि बस्तर रेंज में नक्सल विरोधी अभियानों की कड़ी में 2025 में अब तक 121 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद हो चुके हैं. इसके अलावा, 173 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया और 179 माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है.