अमृतसर. पंजाब के पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका पर आज फिर से अदालत में सुनवाई होगी। आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने 25 जून को अमृतसर में उनके आवास पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया था। इस मामले में उनकी जमानत याचिका पर करीब एक महीने से सुनवाई चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका है। आज सुनवाई के दौरान सरकारी वकील और मजीठिया के वकील अपनी-अपनी दलीलें पेश करेंगे।

विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया की हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में संपत्तियों की जांच की। हिमाचल में उनकी संपत्ति पर दावा किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और दिल्ली में उनके फार्महाउस की भी जांच हुई। जांच के दौरान छह लोगों के बयान दर्ज किए गए, जिनमें पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय भी शामिल हैं। उनके कार्यकाल में मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस मामला दर्ज हुआ था। इसके अलावा, ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह और चार अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए।

बिक्रम मजीठिया को इस बार जेल में ही रक्षाबंधन मनाना पड़ा। उनकी बहन और बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल उनसे मिलने जेल पहुंचीं।

विजिलेंस ब्यूरो ने 25 जून को अमृतसर में मजीठिया के आवास पर छापेमारी के बाद उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनकी संपत्तियों की जांच का दायरा हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक बढ़ा। विजिलेंस ने इस मामले में गहन जांच की और कई सबूत जुटाए। मजीठिया की जमानत याचिका पर बार-बार सुनवाई टलने से यह मामला चर्चा में बना हुआ है। आज की सुनवाई से यह तय होने की उम्मीद है कि मजीठिया को जमानत मिलेगी या उनकी हिरासत अवधि और बढ़ेगी। पंजाब की सियासत में इस मामले पर सभी की नजरें टिकी हैं।