अभिषेक सेमर, तखतपुर। न्यायधानी बिलासपुर जिले के गनियारी जन स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. जन स्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में डॉक्टर ने तीन कॉटन पट्टी छोड़ दिया. जिस कारण महिला के पेट में संक्रमण फैल गया. उसकी हालत बिगड़ती चली गई. निजी अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कर महिला के पेट से पट्टी निकाला गया. अब परिजनों ने इसकी शिकायत कोटा थाने में की है. उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
10 महीने पहले पेट में छोड़ा था कॉटन पट्टी
मिली जानकारी के मुताबिक नेवरा निवासी 29 वर्षीय कीर्ति गेंदले खुद आंगनबाड़ी सहायिका है. वो 10 महीने पहले यानी 13 जुलाई 2020 को गनियारी जन स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थी. जहां ऑपरेशन के जरिए उसका बच्चा हुआ. लेकिन उसी दौरान डॉक्टर ने बड़ी लापरवाही बरती. ऑपरेशन के वक्त पेट में ही तीन कॉटन पट्टी छोड़ दिया. उन्हें तनिक भी इसकी जानकारी नहीं लगी. पेट में टांका भी लगा दिया गया. अस्पताल से तीन दिन में डिस्चार्ज करने के बाद महिला घर चली गई.
तबियत बिगड़ने पर डॉक्टरों खड़े किए हाथ
उसके बाद भी महिला का रक्त स्राव नहीं रुका. महिला की तबियत बिगड़ने लगी. उसके पेट में असहनीय दर्द होने लगा. बार-बार जन स्वास्थ्य केंद्र में दिखाने के बाद दवाई देकर विदा कर दिया जाता था. परिजन लगातार जन स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराते रहे. इस बीच महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी और रक्त स्राव रुक नहीं रहा था. अप्रैल में जन स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए. कहीं और से इलाज कराने के लिए कह दिया. परिजनों ने उसका पथरिया और सकरी के हॉस्पिटल में इलाज कराया, लेकिन महिला की हालात में कोई सुधार नहीं हुआ.
सीटी स्कैन और सोनोग्राफी कराने पर मिला कॉटन पट्टी
स्वास्थ्य खराब पर होने परिजन इलाज के लिए महिला को बिलासपुर के प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां महिला का सीटी स्कैन और सोनोग्राफी किया गया. तब जानकारी लगी कि महिला के पेट में तीन कॉटन पट्टी छूटी हुई है. निजी अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कर पेट से तीनों कॉटन पट्टी निकाला. तब जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली. लेकिन महिला को अभी ज्यादा कुछ आराम नहीं मिला है.
थाने में हुई शिकायत, कार्रवाई की मांग
जब जन स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर की लापरवाही महिला के परिजनों को पता चला, तब महिला के ससुर चंद्रिका प्रसाद लहरे मामले की लिखित शिकायत कोटा थाने में की है. परिजनों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने मांग की है. कोटा थाना प्रभारी शानिप रात्रे ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
बरती गई लापरवाही, शिकायत मिलने पर होगी जांच
इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) प्रमोद महजान का कहना है कि यदि ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी, तो सोनोग्राफी कराना था. लबे समय तक ब्लीडिंग होने के बाद भी सोनोग्राफी के लिए नहीं कहना लापरवाही है. अभी हमारे पास कोई शिकायत नहीं मिली है. यदि शिकायत आती है, तो जांच कर कार्रवाई करेंगे.
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