दिल्ली. तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत को दो साल हो चुके हैं। लेकिन अभी तक अपोलो अस्पताल में उनके इलाज के 44.46 लाख रुपए के बिल अभी भी बाकी हैं। इसके अलावा इलाज के दौरान 75 दिनों में उनके खाने पर 1.17 करोड़ रुपए खर्च हुए। अपोलो अस्पताल द्वारा जांच कमीशन को दी गई जानकारी के मुताबिक, जयललिता के इलाज का कुल खर्च 6 करोड़ 85 लाख रुपए था।

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत को दो साल हो चुके हैं। लेकिन अभी तक अपोलो अस्पताल में उनके इलाज के 44.46 लाख रुपए के बिल अभी भी बाकी हैं। इसके अलावा इलाज के दौरान 75 दिनों में उनके खाने पर 1.17 करोड़ रुपए खर्च हुए। अपोलो अस्पताल द्वारा जांच कमीशन को दी गई जानकारी के मुताबिक, जयललिता के इलाज का कुल खर्च 6 करोड़ 85 लाख रुपए था।

अपोलो के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि, खाने-पीने का टोटल बिल 1.17 करोड़ रुपए अकेले जयललिता के खाने का नहीं था। इसमें अधिकारी, पार्टी कैडर, मिनिस्टर्स, सेक्यॉरिटी स्टाफ और उनके करीबी जो अस्पताल में उनके इलाज के दौरान रुके थे। उनके खाने-पीने का है। सिंगापुर में माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ने जयललिता को फिजियोथेरेपी सेवाएं देने की पेशकश की थी। फिजियोथेरेपी के लिए अस्पताल को 1.29 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।

4 दिसंबर 2016 को अपोलो अस्पताल द्वारा जारी किया गया बिल तीन भागों में बांटा गया है। पहला-मरीज की हेल्थकेयर सेवा का बिल 1.92 करोड़ रुपए था। दूसरा- प्रोफेशनल चार्ज कैटागरी में 2.21 करोड़ रुपए खर्च हुए। तीसरा- रूम किराया और खान-पान में 2.72 रुपए खर्च हुए। उनकी पार्टी एआईएडीएमके ने दावा किया था कि 15 जून 2014 को 6 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। इससे पहले 13 अक्टूबर 2016 को 41 लाख रुपए जमा किए गए थे। जबकि, अस्पताल के बिल के मुताबिक अभी भी 44.46 लाख रुपए बाकी हैं।