दिलशाद अहमद. सूरजपुर. बिन ब्याही 36 वर्षीय विक्षिप्त युवती ने बीते दिनों चौथे बच्चे को जन्म दिया. कई सालों से लगातार विक्षिप्त महिला का शारीरिक शोषण हो रहा है. अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि इस विक्षिप्त महिला का यह चौथा प्रसव है. इस मामले में आश्चर्य की बात है कि विक्षिप्त महिला के बाकी तीन बच्चे गए कहाँ ? विक्षिप्त महिला की बहन ने बताया कि उन्हें भी बच्चे कहाँ गए ये मालूम नहीं है. इधर अब जाकर पुलिस ने माना कि विक्षिप्त युवती का कई सालों से दैहिक शोषण हो रहा है. साथ ही विक्षिप्त महिला के बच्चों की खरीद-फरोख्त की बात भी सामने आ रही है. पुलिस मामले की विस्तृत तस्दीक में जुट गई है.
इस मामले में अचरज तब और बढ़ जाता है जब गांव वालों को भी दुष्कर्मी कौन है, इसकी कोई जानकारी नहीं है. कोई किसी पर संदेहास्पद जानकारी तक भी नहीं दे रहा है. विक्षिप्त महिला कभी घर में तो कभी अकेली गांव के बाहर घूमती रहती थी. क्या इस दौरान गांव के किसी आदमी ने इतने सालों में किसी व्यक्ति को नहीं देखा जो महिला को लालच या दबावपूर्वक कोई गतिविधि को अंजाम दिया हो. सवाल यह भी कई सालों से सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कोई सुध क्यों नहीं ली.
मानवता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना के बाद कई सामाजिक कार्यकर्ता अब आगे आ चुके हैं. सामाजिक कार्यकर्ता हेमलता गुप्ता ने पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल उठाया है. हेमलता गुप्ता ने आगे कहा कि कई सालों से विक्षिप्त महिला के साथ दुष्कर्म हो रहा है और आरोपी पुलिस गिरफ्तार से अब तक बाहर क्यों है. आरोपी खुलेआम घूम रहा है और पुलिस विभाग अब तक हाथ पर हाथ धरी बैठी है.
विक्षिप्त महिला के चौथे प्रसव के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इस बात की सूचना दे दी है. बताया जा रहा है कि महिला का प्रसव बीते दिनों 18 फरवरी को हुआ है. पुलिस मामले की गंभीरता को समझते हुए अब आरोपियों की पतासाजी में जुट चुकी है. फ़िलहाल यह कह पाना कठिन है कि विक्षिप्त महिला का लंबे समय से दुष्कर्म कोई एक आरोपी ही कर रहा है या इस मामले के कई आरोपी हैं. सारे सवालों के जवाब तो मामले का पर्दाफाश होने के बाद ही सामने आएगा.