भारतीय राजनीति के परिदृश्य में अपने विचारों की स्पष्टता, नेतृत्व क्षमता और जनसेवा के प्रति निष्ठा से अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे। 22 जून, आज उनका जन्मदिन है। लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली सरोज पांडे का जीवन संघर्ष और सफलता की एक किताब है।
22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी सरोज ने नारी सशक्तिकरण, संगठन कौशल और जनहित के कार्यों से छत्तीसगढ़ की राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय पटल तक अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता पाई है। संस्कार में ही शिक्षा और सेवा की भावना से पोषित सरोज पांडे बचपन से ही मेधावी रहते हुए हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल कर शिक्षिका के रूप में अपने करियर की शुरुआत की।
सरोज पांडे ने राजनीति में सक्रिय प्रवेश भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से किया। छात्र जीवन में ही उन्होंने संगठन और नेतृत्व के गुण दिखाए। 1990 के दशक में वे भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ीं और धीरे-धीरे जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक संगठनात्मक पदों की जिम्मेदारी संभालती गईं। उनकी मेहनत और समर्पण ने पार्टी नेतृत्व को प्रभावित किया।
वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के बाद जब राज्य में भाजपा मजबूत हो रही थी, तब सरोज पांडे ने अपने सक्रिय जनसंपर्क और संगठन कौशल से पार्टी को ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में सशक्त करने का काम किया। साल 2000 और 2005 में महापौर बनी अपनी जनप्रियता करते हुए सरोज पांडे 2008 में पहली बार वैशाली नगर विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं। विधानसभा में अपनी शानदार भाषण शैली से सरोज ने अपना सिक्का जमा लिया।
उनकी सबसे बड़ी पहचान 2009 के लोकसभा चुनाव में बनी, जब उन्होंने दुर्ग संसदीय सीट से जीत दर्ज कर संसद में प्रवेश किया। यह जीत इसलिए भी विशेष थी क्योंकि छत्तीसगढ़ की इस महत्वपूर्ण सीट पर उन्होंने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को हराकर छत्तीसगढ़ से लोकसभा का सफर तय किया। भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में सरोज पांडे की कार्यशैली बेहद अनुशासित, सुदृढ़ और समर्पण भाव से परिपूर्ण रही जिसकी वजह से वे सफलता के सोपान दर सोपान तय करती रहीं और उनकी संगठन क्षमताओं को देखते हुए पार्टी ने उन्हें बहुत सी बड़ी जिम्मेदारियां सौंपीं।
2013 में बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी.
सरोज पांडे भाजपा की राष्ट्रीय सचिव, उत्तर प्रदेश की प्रभारी, और फिर राष्ट्रीय महासचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रहीं। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में चुनावी रणनीति और बूथ स्तर पर संगठन विस्तार में उनकी भूमिका अहम रही।
2018 में भाजपा ने उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया यह सर्वोच्च पद सरोज के राजनीतिक अनुभव का एक बड़ा सम्मान था। इसी साल सरोज पांडे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होकर सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य ,महिला आरक्षण विधेयक, युवाओं के रोजगार, और छत्तीसगढ़ की विकास संबंधी समस्याओं को सदन में प्रमुखता से उठाया और जन-जन की नेत्री बन गई।
सरोज पांडे भारतीय राजनीति में नारी सशक्तिकरण की एक सशक्त प्रतीक हैं। उन्होंने न केवल अपने जीवन में अनेक सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ा, बल्कि हजारों युवतियों को प्रेरित भी किया है। वे महिला कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का प्रशिक्षण देती हैं, और हमेशा महिलाओं की भागीदारी को प्राथमिकता देने की वकालत करती रही हैं इसी के चलते उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में महिला मंडलों, स्व-सहायता समूहों और ग्रामीण महिलाओं से सतत संवाद कायम रखा है।
जनसेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली सरोज ने विवाह नही किया उनके नाम एक ही समय में मेयर, विधायक और सांसद का पद संभालने का विश्वरिकॉर्ड है। यह रिकॉर्ड गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए नामांकित है. उन्हें सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार भी मिला है।
अपने नाम को सार्थक करती सरोज, किसी सरोवर के निर्मल कमल की तरह आडंबर से दूर रहकर जमीनी कार्यकर्ता की तरह कार्य करती हैं। सरल, सहज और अनुशासित व्यक्तित्व की धनी सरोज पांडे की नेतृत्व शैली में कठोरता के साथ करुणा की भी झलक मिलती है। वे अक्सर अपने कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में सहभागी बनती हैं और हर वर्ग के लोगों से संपर्क बनाए रखती हैं।
भाषण देने की उनकी सहज,तथ्यपरक और प्रेरक भाषण देने वाली सरोज पांडे जनता से सीधे संवाद करती हैं। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा इस लोकप्रिय नेत्री को नारी शक्ति पुरस्कार और जनसेवा सम्मान से सम्मानित भी किया गया है। आज जब देश में युवा राजनीति और महिला सशक्तिकरण की बात होती है, तो सरोज पांडे जैसे नेताओं का उदाहरण सामने रखना चाहिए। देश के युवाओं को चाहिए कि आज उनके जन्मदिवस पर उनके योगदान को नमन करें और उनसे प्रेरणा लें। लल्लूराम डॉट कॉम की ओर से भी सुश्री सरोज पांडे को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और निरंतर जनसेवा की शक्ति प्रदान करें।
संदीप अखिल,
सलाहकार संपादक,
न्यूज़ 24/लल्लूराम डॉट कॉम