Bitcoin Founder Mystery: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के संस्थापक जैक डोर्सी होने का दावा किया गया है. यह दावा डी-बैंक्ड के प्रधान संपादक सीन मरे ने किया है. मरे के अनुसार, बिटकॉइन और ट्विटर के संस्थापक डोर्सी के विकास से जुड़ी सभी घटनाएं काफी हद तक एक जैसी हैं.

बिटकॉइन किसने बनाया? दुनिया अब तक यह नहीं जान पाई है. इसलिए इसके संस्थापक को ‘सातोशी नाकामोतो’ नाम का एक काल्पनिक नाम दिया गया है. असल जिंदगी में इस नाम का कोई व्यक्ति या समूह मौजूद नहीं है.

Also Read This: Nukleus Office Solutions IPO: इस दिन खुलेगा यह आईपीओ, फटाफट चेक करें प्राइस बैंड और अन्य डिटेल्स…

सीन मरे ने जैक डोर्सी सातोशी नाकामोतो कैसे हैं’ शीर्षक से एक एक्स पोस्ट साझा की. इसमें उन्होंने कई तथ्य और टाइमलाइन भी पेश की. पोस्ट में उन्होंने डोर्सी के यूनिवर्सिटी के दिनों में क्रिप्टोग्राफी में गहरी दिलचस्पी के बारे में जानकारी दी.

उन्होंने हैशकैश के संस्थापक एडम बैक का भी ज़िक्र किया, जिन्होंने RSA टी-शर्ट पहनी थी. साथ ही, डोर्सी के क्रिप्टोग्राफिक न्यूज़लेटर और एन्क्रिप्शन के अध्ययन के बारे में भी बताया.

सीन मरे के शोध के प्रमुख बिंदु (Bitcoin Founder Mystery)

  • डोर्सी की आत्मकथा में क्रिप्टोग्राफी की चर्चा

2003 में, डोर्सी ने अपनी आत्मकथा लिखी. इसमें उन्होंने हैकिंग और क्रिप्टोग्राफिक प्रोजेक्ट्स पर काम करने की बात की और बताया कि वह अक्सर सुबह 4 बजे तक इन पर काम करते थे. मरे के अनुसार, शुरुआती बिटकॉइन कोड दस्तावेजों पर भी सुबह 4 बजे के आसपास टाइमस्टैम्प लगे हैं. यह केवल एक संयोग नहीं हो सकता.

  • डॉलर पर निर्भरता कम करने की बात

डोर्सी ने वित्तीय स्वतंत्रता और व्यापार की वैकल्पिक प्रणालियों पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने एक बार अमेरिकी डॉलर और वस्तु विनिमय प्रणाली पर निर्भरता कम करने की आवश्यकता पर भी लिखा था. ये सभी विचार बिटकॉइन के मूल दर्शन से मेल खाते हैं.

  • बिटकॉइन की टाइमलाइन के साथ अजीब संयोग

सितंबर 2007 से जनवरी 2009 तक, डोर्सी के ट्विटर (अब एक्स) बायो में “नाविक” शब्द लिखा था. दिलचस्प बात यह है कि मूल बिटकॉइन कोड में भी एक ऐसा ही वाक्यांश है: “नाविक: कभी भी दो क्रोनोमीटर लेकर समुद्र में न जाएं – एक या तीन लेकर जाएं.”

  • सातोशी की अदृश्यता

2010 में, सातोशी ने बिटकॉइन फोरम पर पोस्ट करके विकीलीक्स को क्रिप्टोकरेंसी दान न करने की सलाह दी थी. अगले ही दिन, ट्विटर को एक समन मिला जिसमें गैर-लाभकारी संगठन से संबंधित जानकारी मांगी गई थी. इसके कुछ ही दिनों बाद, सातोशी सार्वजनिक रूप से अदृश्य हो गए.

Also Read This: iPhone 16e: Apple का सबसे सस्ता फोन भारत में लॉन्च, मात्र ₹2,496 की EMI पर खरीदें…

कौन हैं सातोशी नाकामोतो? (Bitcoin Founder Mystery)

कोई नहीं जानता कि सातोशी नाकामोतो कौन हैं या वे कहां रहते हैं. 31 अक्टूबर 2008 को, उन्होंने एक क्रिप्टोग्राफी समूह को 9 पन्नों का प्रारूप भेजा. इसमें बिटकॉइन नामक एक इलेक्ट्रॉनिक नकदी प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई थी.

शुरुआत में, इस समूह के अधिकांश लोग इस विचार को लेकर भ्रमित थे. रिपोर्ट के अनुसार, हैल फिनी, निक स्ज़ाबो, डेविड चाउम, और वेई दाई जैसे क्रिप्टोग्राफर और डेवलपर्स 10 वर्षों की कोशिश के बाद भी इलेक्ट्रॉनिक नकदी प्रणाली विकसित करने में असफल रहे.

Also Read This: Share Market Update: सेंसेक्स के 400 से ज्यादा अंक गिरे, निफ्टी भी धड़ाम, जानिए किस सेक्टर में बिकवाली…

2011 के बाद सातोशी नाकामोतो का कोई पता नहीं (Bitcoin Founder Mystery)

2011 के बाद से सातोशी नाकामोतो के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. फिर भी, बिटकॉइन के निर्माण में उनके योगदान का प्रभाव आज भी बहुत बड़ा है. उनके बिटकॉइन वॉलेट में 10 लाख से ज़्यादा बिटकॉइन हैं, जिनकी मौजूदा कीमत लगभग ₹84.47 लाख करोड़ है. इन फंड्स में किसी भी तरह की हलचल से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी बदलाव आ सकता है.

Bitcoin Founder Mystery: पिछले एक साल में दोगुना हुआ बिटकॉइन

पिछले 1 साल में बिटकॉइन की कीमत में 95% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

  • 20 फरवरी 2024 को इसकी कीमत ₹43,30,887 थी.
  • 20 फरवरी 2025 तक यह बढ़कर ₹84,47,142 हो गई.

पिछले 6 महीनों में इसमें 66.52% और इस साल की शुरुआत (1 जनवरी) से अब तक 5.36% की वृद्धि हुई है.

Also Read This: Share Market Bse Nse: पिछले 5 महीने से क्यों गिर रहा सेंसेक्स, इतने दिन और गिरा तो टूटेगा 30 साल का रिकॉर्ड…

भारत में क्रिप्टोकरेंसी से कमाई पर 30% टैक्स (Bitcoin Founder Mystery)

भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगाया जाता है. इसके अलावा, लेन-देन पर 1% TDS भी देना पड़ता है. अगर किसी को क्रिप्टोकरेंसी उपहार में दी जाती है, तो उस पर भी 30% टैक्स लागू होता है.