हेमंत शर्मा, इंदौर। अयोध्या राम जन्मभूमि जमीन खरीदी में कथित घोटाले को लेकर अब भाजपा और कांग्रेस ने एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए हैं. एक ओर जहां कांग्रेस ने घोटाले पर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है, तो वहीं बीजेपी ने भी धार्मिक भावनाएं आहत होने की शिकायत लेकर पुलिस तक पहुंची है. दोनों ही प्रमुख पार्टियां अब इस मामले में एक दूसरे पर राजनीति करने के आरोप लगा रही हैं.

कांग्रेस का आरोप ने दर्ज कराया मामला

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों पर 16 करोड़ की अमानत में खयानत और धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने इंदौर के छत्रीपुरा थाने में लिखित में शिकायत दर्ज कराई है. केके मिश्रा ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने राम मंदिर अयोध्या के निधि संग्रहण अभियान में अपने घर से 1100 रुपये की निधि समर्पण राशि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को दी थी. जिसकी रसीद भी उन्होंने शिकायत में प्रस्तुत की है. उनका आरोप है कि न्यास द्वारा भूमि क्रय करने के लिए 16 करोड़ की हेराफेरी की गई है. जिससे यह पूरा मामला अमानत में खयानत और धोखाधड़ी के अपराध की श्रेणी में आता है, इसलिए न्यास के पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाना चाहिए.

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बीजेपी ने DIG से की शिकायत

वहीं इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी भी पुलिस के पास पहुंच गई. भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इस पूरे मामले में डीआईजी से शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में भाजपा विधायक ने आप नेता संजय सिंह, सपा नेता पवन पांडे के साथ अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव के खिलाफ भी मामला दर्ज किए जाने की मांग की है. आकाश विजयवर्गीय का कहना है कि दोषी नेताओं ने राम मंदिर निर्माण में बाधा डाली है, और उससे राम भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. साथ ही उन्होंने ने कांग्रेस पर भी आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए और कांग्रेस हमेशा हिंदू विरोधी काम करती ही आई है. जिससे हिंदु बदनाम हो और नुकसान पहुंचाने का काम हो.

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यह है पूरा मामला

प्रभु श्रीराम के नाम पर राममंदिर ट्रस्ट पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगा है. आरोप है कि मंदिर ट्रस्ट ने 2 करोड़ की जमीन को 18 करोड़ में खरीदा है यह बात प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अयोध्या के पूर्व विधायक और मंत्री तेज नारायण पांडे तथा राज्यसभा सांसद और आप नेता संजय सिंह ने जनता के सामने रखी थी.

2 करोड़ की जमीन 18 करोड़ में खरीदी?

इसके प्रमाण पेश करते हुए उन्होंने बताया था कि अयोध्‍या की इस जमीन को 2 करोड़ रुपये में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से सुल्‍तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने खरीदा. इस जमीन खरीद में 2 गवाह बने, एक अनिल मिश्र को श्री राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य हैं और दूसरे ऋषिकेश उपाध्‍याय जो अयोध्‍या के मेयर हैं.

5 मिनट में बढ़ गई जमीन की कीमत

आरोप है कि दस मिनट बाद यही जमीन रामजन्‍मभूमि ट्रस्‍ट ने साढ़े 18 करोड़ में खरीद ली। 17 करोड़ रुपये आरटी‍जीएस कर दिया गया। साढ़े 5 लाख रुपये प्रति सेकेंड की दर से जमीन का दाम बढ़ गया।

चंपत राय का बयान

वहीं इस पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था ‘हम पर महात्मा गांधी के हत्या के भी आरोप लगे हैं. हम आरोपों से नहीं डरते, जो आरोप लगे हैं उसका मैं स्टडी करूंगा.

चंपत राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हम 100 साल से आरोप झेलते रहे हैं. महात्मा गांधी की हत्या के आरोप भी हम पर लगे हैं. हम आरोपों की चिंता नहीं करते और इसकी चिंता मीडिया भी ना करें.

बता दें कि घोटाले के उजागर होने के बाद से ही सियासी बयानबाजी के दौर भी शुरू हो चुका है. ट्वीटर से लेकर हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.

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