शब्बीर अहमद, भोपाल। राजनीति के दो धुर विरोधी दल बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने में जरा भी पीछे नहीं हटते। अपने इसी राजनीतिक छींटाकशी के बीच दोनों ही दल बयानबाजी करने में बड़ी चूक कर गए। आखिरकार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जेपी धनोपिया ने इस पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया।

दरअसल शिवराज सरकार ने पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन को ‘पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग’ का अध्यक्ष नियुक्त किया है। दोनों ही दल इसे ‘राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग’ समझ बैठे और इस पर बयानबाजी का दौर शुरु हो गया। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जेपी धनोपिया हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल बिसेन की नियुक्ति को लेकर एक दूसरे पर निशाना साधने लगे। कांग्रेस ने नियुक्ति को कोर्ट की अवमानना करार दिया।

अब इस मामले में पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जेपी धनोपिया का बयान सामने आया है। धनोपिया ने दोनों दलों में हुए इस कन्फ्यूजन को दूर किया। हालांकि उन्होंने नियुक्ति को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया। धनोपिया ने पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग को असंवैधानिक करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने लोगों को गुमराह करने के लिए नियुक्त किया है।

धनोपिया ने अपना बयान जारी कर कहा, “मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष बनाने को लेकर चल रही खबरें पूरी तरह से ग़लत है क्योंकि गौरी शंकर बिसेन एक सामान्य आयोग जैसे जांच आयोग होते हैं, ऐसे ही बिना संवैधनिक नियमों के अनुरूप उनकी नियुक्ति है। क्योंकि मप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग एक संवैधानिक संस्था है जिसका मैं अध्यक्ष हूँ। उच्च न्यायालय में प्रकरण चलने के दौरान शासन कोई नियुक्ति नहीं कर सकता”

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