बिहार। जहरीली शराब के चलते बीते महाने कई परिवारों की दिवाली काली हो गई थी. जहरीली शराब पाने के कारण 26 लोगों की मौत हो गई ती, जिससे बिहार सरकार विपक्ष और बीजेपी के निशाने पर आ गई थी. एक बार फिर बीजेपी हमलावर हो गई है. नालंदा में 9 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई, जबकि 40 लोगों में से कई लोगों के हालत नाजुक बताई जा रही है. अब ये शराब कांड सियासी रूप धारण कर ली है, जिसपर बीजेपी ने सरकार से तीखे सवाल किए हैं.

बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल

दरअसल, जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से हुई मौत के बाद बिहार की सियासत भी गरमा चुकी है. इस बार सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने नहीं है, बल्कि सत्ता पक्ष एनडीए के दो प्रमुख घटक दल एक दूसरे पर हमलावर हैं. नालंदा की घटना पर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने फेसबुक पोस्ट (Facebook Post) के जरिए सहयोगी जदयू से कई सवाल पूछते हुए सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है- नालंदा जिले में जहरीली शराब से 11 मौतें हो चुकी हैं. परसों मुझसे जहरीली शराब पर जदयू प्रवक्ता ने प्रश्न पूछा था. आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां संतवाना देता तो आपके लिए अपराध है.

संजय जयसवाल ने कहा कि अगर शराबबंदी लागू करना है तो सबसे पहले नालंदा प्रशासन द्वारा गलत बयान देने वाले उस बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए क्योंकि प्रशासन का काम जिला चलाना होता है ना कि जहरीली शराब से मृत व्यक्तियों को अजीबोगरीब बीमारी से मरने का कारण बताना. यह साफ बताता है कि प्रशासन स्वयं शराब माफिया से मिला हुआ है और उनकी करतूतों को छुपाने का काम कर रहा है.

गौरतलब है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते महीने 26 लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई थी. इसके साथ 2021 में शराब पीकर मारने वालों की संख्या 70 पहुंच गई थी, लेकिन अब 9 लोगों की फिर मौत हो गई है, जिससे आंकड़ा अब साल भर के अंदर 79 पहुंच गया है. गोपालगंज में 17 और बेतिया में 9 लोगों की जान गई थी, जिससे सरकार में खलबली मच गई थी.

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