पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिला भाजपा किसान मोर्चा द्वारा किसानों के धान खरीदी मुद्दे को लेकर सड़क परसुली सहकारी समिति में सत्याग्रह आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू को आमंत्रित किया गया था, लेकिन गिनती के किसानों के कार्यक्रम में आने से भाजपा नेताओं को शर्मिंदगी उठानी पड़ी.

कार्यक्रम का मकसद सरकार पर धान खरीदी की नीति बदलने के लिए दबाव डालना था, लेकिन समिति से जुड़े 32 गांव के किसानों ने इस धान सत्याग्रह को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. कार्यक्रम के दौरान भाजपा वक्ताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. चंद्रशेखर साहू ने किसानों को अनुपस्थिति में अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों को सरकार के खिलाफ तब तक आंदोलन करने की शपथ दिलाई, जब तक सरकार धान खरीदी की नीति में बदलाव नहीं करती.

साहू ने इस दौरान कहा कि धान की फसल किसानों के आन, बान और शान से जुड़ी है, सरकार इसको नहीं खरीदकर किसानों के साथ मजाक कर रही है. उन्होंने सरकार की कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के मंत्रियों के बयान अलग आते हैं, और अधिकारियों के बयान अलग आते हैं, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है.