आगरा. उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. माफिया को मिट्टी में मिलाने की बात कहने वाली BJP ने अपराधियों को टिकट न देने की बात कही थी. वहीं भाजपा ने नगर निकाय चुनाव में एक हिस्ट्रीशीटर को प्रत्याशी बना दिया है.

आगरा के वार्ड नंबर 40 से पार्षद पद के लिए भाजपा रवि दिवाकर को टिकट दिया गया है. रवि दिवाकर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर थाने में लगे हिस्ट्रीशीट बोर्ड की फोटो वायरल हो रही है. टिकट वितरण प्रणाली में शामिल कोर कमेटी के सदस्यों ने आंखों पर पट्टी बांधकर टिकटों का वितरण कर दिया. जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश में अपराध और अपराधियों का खात्मा करने का संकल्प ले रहे हैं. सीएम माफिया को मिट्टी में मिलाने की बात करते हैं. वहीं आगरा नगर निगम चुनाव में यह देखा गया है कि वार्ड नंबर 40 से भारतीय जनता पार्टी ने हिस्ट्रीशीटर को बीजेपी का प्रत्याशी बना दिया है.

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हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर प्रत्याशी

भाजपा की इस लिस्ट में वार्ड 40 से शाहगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर को प्रत्याशी बना दिया है. शाहगंज थाने में रवि की 84-ए नंबर से हिस्ट्रीशीट खुली है. बता दें कि रवि दिवाकर का नाम चर्चित शैल कुंद्रा हत्याकांड में सामने आया था. शैलकुंद्रा हत्याकांड में शाहगंज पुलिस ने रवि दिवाकर के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में फाइल की थी और रवि दिवाकर को हिस्ट्रीशीटर बनाया गया था.

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2012 में सपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था चुनाव

बता दें कि शाहगंज थाने का कुख्यात और हिस्ट्रीशीटर कोई पहली बार चुनाव मैदान में नहीं है. हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर इससे पहले भी चुनाव लड़ चुका है. वो 2012 में सपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था. वहीं इस बार बीजेपी ने शाहगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर रवि दिवाकर को अपना प्रत्याशी बनाया है.

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योगी के कार्यकाल में एनकाउंटर में मारे गए 183 आरोपी

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दोनों कार्यकाल के दौरान अबतक 183 आरोपी एनकाउंटर में मारे गए हैं. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की भी शूटरों ने शनिवार रात को प्रयागराज में गोली मारकर पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी. इससे पहले अतीक अहमद का बेटा असद और उसके सहयोगी गुलाम को भी पुलिस ने झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया. 2020 में विकास दुबे को भी मुठभेड़ मार दिया गया.

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