रायपुर। व्यापारी प्रवीण सोमानी के अपहरण मामले में फिरौती की रकम देने की बात सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर भाजपा प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास ने खेद व्यक्त किया है. अपने कथन में उन्होंने भविष्य में कोई भी पोस्ट बिना किसी तस्दीक से नहीं करने का भरोसा दिया है.

दरअसल, गौरी शंकर श्रीवास ने प्रवीण सोमानी के प्रकरण में फेसबुक पर पोस्ट किया था, जिसमें 4 करोड़ देकर व्यापारी को यूपी से छुड़ाकर लाने के लिए रायपुर पुलिस को बधाई देते हुए, सूत्र और अपहरण की दास्तान प्रकाश झा के फिल्म अपहरण से काफी मिलती-जुलती बताया था. पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि डील भी बड़ी है और बूंदी भी सबने लूटी है. 25 से 4 तक का सफर बड़ा रोचक होगा जल्द हकीकत सामने आएगा.

इस पोस्ट के बाद धरसींवा पुलिस ने नोटिस जारी करते हुए उन्हें 25 जनवरी को थाने में आकर पोस्ट पर स्पष्टीकरण देने और दस्तावेज मांगे थे. नोटिस मिलने के बाद श्रीवास ने कथन जारी किया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि उक्त पोस्ट को संदेह के आधार पर मैने फेसबुक में डाला था. पुलिस की तरफ से मुझे 25 जनवरी को बुलाया गया था. मेरा उददेश्य किसी को व्यक्तिगत तौर पर पीड़ा पहुंचाने का नहीं था. इस विषय पर पीड़ित परिवार से मेरी कोई चर्चा नहीं हुई थी, और न ही पुलिस से चर्चा हुई थी.

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