लखनऊ. उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार इन दिनों अपनों से ही परेशान है. पार्टी की छीछालेदर कराने में उसके अपने ही जुटे हैं. एक युवती के भाजपा विधायक पर रेप का आरोप लगाने के बाद पार्टी विपक्ष के निशाने पर है वहीं पार्टी के एक औऱ सांसद ने सरकार को निशाने पर ले लिया है.

राज्य की राजनीति में तूफान ला देने वाले रेप प्रकरण में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को पीड़िता के पिता की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. ऐसा करने के लिए पुलिस पर काफी दबाव भी था.

एडीजी ला एंड आर्डर आनंद कुमार ने बताया कि पीड़िता ने जिन-जिन लोगों का नाम एफआईआर में दर्ज कराया था सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के डीएम को खुद पीड़िता के परिवार से मिलकर उनको हरसंभव मदद करने के आदेश दिए हैं.

उधर, पार्टी के एक के बाद एक सांसद असंतोष के सुर मुखर कर रहे हैं. पार्टी के नगीना से संसद सदस्य डा. यशवंत सिंह ने मोदी सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए सवाल किया कि आरक्षण को लेकर पार्टी के ढुलमुल रुख की वजह से दलित बिरादरी में उनको मुंह दिखाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने पार्टी व पीएम मोदी से जल्द इस बारे में कोई ठोस फैसला लेने की बात कही साथ ही अपना असंतोष भी जाहिर किया.

गौरतलब है कि सांसद महोदय ने इसके लिए बकायदा पीएम मोदी को लंबी चौड़ी चिट्ठी भी लिख डाली. दरअसल ये पार्टी के तीसरे ऐसे सांसद हैं जो पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर सार्वजनिक तौर पर पार्टी की बखिया उधेड़ने में लगे हैं. इनके पहले पार्टी की सांसद सावित्री बाई फुले व सांसद छोटेलाल भी अपना गुस्सा जाहिर कर चुके हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा तो पार्टी के लिए 2019 का किला फतह करना वाकई बेहद मुश्किल होगा.