कानपुर. सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर है. लोकसभा चुनाव में जनता इनको सबक सिखाएगी. कानपुर के लाजपत भवन में राष्ट्रवादी खटिक विकास समिति के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि “भाजपा सरकार ने शिक्षण संस्थाओं को बर्बाद कर दिया है. एक वीसी ने शिक्षण संस्थाओं में भारी भ्रष्टाचार किया. अब तक का सबसे भ्रष्ट वाइस चांसलर है. उसे भाजपा के लोग बचा रहे हैं.”
अखिलेश यादव ने कहा कि “बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने शिक्षा पर सबसे ज्यादा जोर दिया था. लेकिन भाजपा शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर रही है, जिससे गरीबों के बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाए और आगे न बढ़े.” अखिलेश यादव ने कहा कि “आज प्रदेश में इतनी बेरोजगारी है, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है. पढ़े-लिखे नौजवान रोजगार की उम्मीद छोड़ चुके हैं. वे घर बैठ गए हैं. भाजपा सरकार इन्वेस्टमेंट का झूठा दावा करती है. सरकार को जो भी टाई सूट में दिख गया उसे इन्वेस्टर समिट में बुला लिया, एमओयू कर लिए. इससे पहले भी लाखों-करोड़ों का एमओयू किया गया था, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं उतरा. किसी नौजवान को नौकरी नहीं मिली.”
सपा प्रमुख ने कहा कि “भाजपा स्मार्ट सिटी, गंगा सफाई, किसानों की आय दोगुना करने पर झूठ बोल रही है. शहरों में नाले भरे पड़े हैं. सीवर सफाई नहीं हुई. सड़कों पर सांड घूमते हैं. सीवर और नाले नदियों में गिर रहे हैं. क्या यही स्मार्ट सिटी है. इस सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. अपराधी सरेआम घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने विधानसभा और विधानसभा के बाहर कई बार भाजपा सरकार से मांग की है कि वह टॉप टेन और टॉप 100 अपराधियों की सूची जारी करें. भाजपा सरकार सूची नहीं जारी कर रही है, क्योंकि सूची में सबसे ज्यादा भाजपा से जुड़े अपराधियों के नाम हैं.”
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अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों को आगे करना चाहिए. क्षेत्रीय दल अपने-अपने राज्यों में बहुत मजबूत हैं, कई राज्यों में क्षेत्रीय दलों की सरकार हैं. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ही भाजपा का विकल्प है.” यादव ने कहा कि “खटिक समाज की आबादी बड़ी संख्या में है, लेकिन गिनती नहीं हुई. इसलिए हम चाहते हैं जातीय जनगणना हो जाए. जिससे सभी को उनकी आबादी के हिसाब से हक और सम्मान मिल जाए.
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