रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति में निर्णय लिया है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा साम्प्रदायिक माहौल और धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरेगी. इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दों के लिए दिवालियापन से जूझ रही है. उसके पास जनहित के मामलों में बोलने और आंदोलन करने को कुछ बचा नहीं है.

इसलिए छत्तीसगढ़ में भाजपा धर्म की आड़ लेकर धर्म से धर्म को लड़ाने के अपने गंदे खले को आजमाने तैयारी में है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार किसानों, युवाओं आदिवासी वर्ग, अनुसूचित जाति वर्ग, महिलाओं, मजदूरों, सभी के लिये योजना बना कर उन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर रही है.

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि राजनैतिक रूप से छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता बेरोजगार हो गए है. इस बात को भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व भी समझ गया है. भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ के संदर्भ में राज्य सरकार के कामकाज की चर्चा और राज्य के जनहित के मुद्दों पर चर्चा करने की हिम्मत किसी नेता ने दिखाई.

भाजपा छत्तीसगढ़ में धर्मातरण का मुद्दा लगातार उठाने का प्रयास कर चुकी है, लेकिन जनता ने उसको नकार दिया है. भाजपा ने कवर्धा सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के अपने फार्मूले को आजमाया, लेकिन राज्य की जनता उसको भी समझ गई. अब भाजपा का धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने का कुचक्र छत्तीसगढ़ में नहीं चलने वाला.

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