रोहित कश्यप,मुंगेली। मुंगेली में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा तहसील भवन में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर बीजेपी नेत्री शीलू साहू ने कलेक्टर के पास शिकायत की है. शिकायत में नेत्री ने विभाग द्वारा खामियों को छिपाने की बात कही है. वहीं शिकायत के बाद कार्य में रोक लगाने की मांग के बावजूद कार्य कराया जा रहा है. उन्होंने कलेक्टर से लिखित शिकायत करते हुए दोषियों के विरुद्ध जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

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बता दें कि मुख्य मार्ग पर जिला मुख्यालय एवं जिला पंचायत के बीच गीधा गांव में RES विभाग के द्वारा 35 लाख की लागत से तहसील भवन का निर्माण कराया जा रहा है. जिसमें गुणवत्ता के मापदंडों को दरकिनार कर ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारी पर जमकर मनमानी करने का आरोप लगा हैं. स्थानीय ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों से शिकायत मिलने पर जिला पंचायत सदस्य शीलू साहू ने मौके का निरीक्षण किया जिसमें कई खामियां पाई गई. जिसके बाद उन्होंने टेलीफोन के माध्यम से इसके संबंध में RES के कार्यपालन अभियंता से चर्चा किया. उनके द्वारा असंतोष जवाब देते हुए इसके संबन्ध में जानकारी होने से इंकार कर दिया गया। जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई.

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शिकायत में बीजेपी नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य ने कहा है कि प्लिंथ लेवल का कार्य प्रगति पर है किंतु जो कॉलम के गड्ढे हैं जिसको रेत या मुरूम के द्वारा भरा जाना था उसके स्थान पर काली मिट्टी के द्वारा भराई किया जा रहा है. इसी तरह बीम में जगह-जगह गंजापन है जो कि मानक स्तर का नहीं है. निर्माण एजेंसी के द्वारा कार्य स्थल पर किसी तरह सूचना फलक नहीं लगाया गया जिससे निर्माण की जानकारी आम जनता व जनप्रतिनिधियों को नहीं मिल पा रही है. वहीं निर्माण कार्य स्थल पर साइड इंजीनियर केवल औपचारिकता निभाकर गायब हो जाता है. जबकि इंजीनियर के सतत रेखदेख व निर्देशन में ही निर्माण कार्य होना है वहां कार्यरत मजदूर ही बताते हैं कि इंजीनियर कई दिन तो साइड पर पहुँचता भी नही है.

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बहरहाल निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही की शिकायत कलेक्टर से करते हुए निर्माण कार्य की जांच करने की मांग की गई. वही मामले में विभाग के कार्यपालन अभियंता पीके शर्मा विभाग की नाकामियों की बात पर पल्ला झाड़ते हुए गड़बड़ियों की जांच करने की बजाय निर्माण कार्य ऑल इज वेल की राग अलाप रहे है.

हालांकि वे खुद ही निर्माण स्थल की मुआयना करने की बात जरूर कह रहे हैं लेकिन खामियों को छिपाने के बाद जांच का भी औचित्य क्या रह जायेगा. यदि समय रहते गड़बड़ियों को सुधारा जाए तो तहसील भवन निर्माण कार्य का नींव मजबूत रहेगा.