नई दिल्ली। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुबमण्यम स्वामी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला है. उन्होंने केंद्र सरकार पर के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार केंद्रीय सांख्यिकी संगठन यानि सीएसओ पर अच्छे आर्थिक आंकड़े देने का दबाव बनाती है. स्वामी ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी का प्रतिकूल प्रभाव अर्थव्यवस्था पर नहीं पड़ा है, इसके लिए सीएसओ पर बेहतर आर्थिक आंकड़े देने का दबाव बनाया जाता है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने सीएसओ द्वारा जारी आंकड़ों को झूठा बताया. अब स्वामी के इस आरोप ने एक बार फिर मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ये सारी बातें स्वामी ने अहमदाबाद में चार्टर्ड अकाउंटेंट के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा. उन्होंने कहा कि जनता सरकार द्वारा पेश किए गए तिमाही आंकड़ों पर नहीं जाएं, ये सब फर्जी हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने सीएसओ की स्थापना की थी और इसलिए मैं आपको ये सारी बातें बता रहा हूं.

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कुछ दिनों पहले ही वे केंद्रीय सांख्यिकी मंत्री सदानंद गौड़ा के साथ अधिकारियों से मिलने गए थे. वहां गौड़ा ने सीएसओ के अधिकारियों को आदेश दिया कि नोटबंदी पर आंकड़े जारी करने का. उन्होंने जीडीपी के ऐसे आंकड़े जारी किए, जिससे पता चल सके कि नोटबंदी का कोई असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर नहीं पड़ा, जबकि मैं जानता हूं कि इसका प्रतिकूल असर पड़ा है.

स्वामी ने कहा कि वे घबराहट महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने सीएसओ के निदेशक से पूछा था कि आपने उस तिमाही में जीडीपी के आंकड़ों का अनुमान कैसे लगाया था, जब नोटबंदी का फैसला लिया गया था? स्वामी ने कहा कि सीएसओ निदेशक ने उन्हें बताया कि वे क्‍या कर सकते हैं, वह दबाव में थे. उनसे आंकड़े मांगे गए और उन्‍होंने दे दिए.

सुब्रमण्यम स्‍वामी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट से कहा कि मूडीज, फिच जैसों पर बिल्कुल विश्‍वास नहीं करें. इनसे पैसे देकर आंकड़े हासिल किए जा सकते हैं. बता दें कि मूडीज ने हाल ही में भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया है.

सुब्रमण्यम स्वामी के आरोपों के कारण विपक्ष को एक बार फिर मोदी सरकार को घेरने का मौका मिल सकता है.