Crime News:भाजपा नेत्री की हत्या का मामला सामने आया है. ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि बेटी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की, जिसके साथ वे लिव इन रिलेशन में शादी के बाद पति को छोड़कर रहती थी.
ये हत्या 55 वर्षीय महिला की उसके घर में गला रेतकर की गई. पूरा मामला दिल्ली का है. पुलिस के अनुसार, महिला की 24 वर्षीय बेटी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया. बेटी का दोस्त नकदी व जेवर लेकर फरार हो गया, जबकि युवती ने भाई को फोन कर घर में लूट व मां की हत्या की झूठी सूचना दे दी.
अंबेडकर नगर थाना पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद आरोपी बेटी देवयानी व उसके 23 वर्षीय दोस्त कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल सर्जिकल ब्लेड, जेवर और नकदी भी बरामद कर ली है. पता चला कि युवती ने पैसों के लिए दोस्त संग मिलकर मां की हत्या की साजिश रची थी.
पुलिस के मुताबिक 55 वर्षीय सुधा रानी परिवार के साथ मदनगीर स्थित मेगा मार्ट के सामने रहती थीं. सुधा के पति की काफी समय पहले मौत हो चुकी है. जबकि परिवार में बेटी देवयानी और एक बेटा है. बेटा अपने परिवार के साथ मुंबई में रहता है और लंबे समय से दिल्ली नहीं आया है.
पुलिस को मृतिका की बहन ने दी सूचना
पुलिस के मुताबिक सुधा की बहन ने पुलिस को कॉल कर सूचना दी कि उसके भाई संजय ने बताया कि दो लड़कों ने उसकी बहन सुधा की हत्या कर दी है. सूचना के पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची. घर में बिस्तर पर खून से लथपथ सुधा का शव पड़ा हुआ था, गले को धारदार हथियार से काटा गया था. कमरे में पुलिस को किसी तरह के संघर्ष के निशान नहीं मिले, महिला के पहने जेवर शरीर पर सही सलामत थे. मौके पर पुलिस को सुधा की बेटी देवयानी मिली.
बेटी ने बताई झूठी कहानी
देवयानी ने पुलिस को बताया कि रात साढ़े नौ बजे दो नकाबपोश बदमाश हथियार के साथ घर में घुस गए और लूट के विरोध पर मां को गला रेतकर मार डाला. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे व फोन रिकॉर्ड की जांच की तो कोई बाहरी संदिग्ध नहीं दिखा. शक होने पर पुलिस ने देवयानी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसके बयानों में विरोधाभास मिला. सख्ती बरतने पर उसने जुर्म कबूल कर लिया.
चाय में नींद की गोली मिला दी थी
देवयानी ने बताया कि रविवार की रात उसने सभी के लिए चाय बनाई. चाय देने से पहले उसने चाय में नींद की गोली मिला दी थी. चाय पीने के बाद मां सुधा रानी और मामा संजय को नींद आ गई और दोनों सो गए. दोनों के सोने के बाद देवयानी ने कार्तिक को फोन कर घर बुलाया. कार्तिक ने सर्जिकल ब्लेड की मदद से सुधा का गला रेत दिया. हत्या के बाद कार्तिक घर में मौजूद नकदी और जेवर लेकर फरार हो गया. बता दें कि सुधा रानी भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता थीं. वह 2007 में भाजपा के टिकट पर दिल्ली नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुकी थीं. चुनाव में उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था.
मां ने संपत्ति से बेदखल करने की दी थी चेतावनी
आरोपी देवयानी ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के चेतन से उसकी शादी हुई थी. इस शादी से चार साल का बेटा है. बाद में पति को छोड़ दिया और दक्षिणपुरी के शिबू संग लिव-इन में रहने लगी. मां सुधा पति को छोड़कर किसी और के साथ रहने से मना कर रही थी. वह पति के पास लौटने के लिए दबाव बना रही थी. जब देवयानी नहीं मानी तो उसे संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दी और उसकी आर्थिक मदद करनी बंद कर दी. इस वजह से वह मां से नफरत करने लगी थी. उसने मां की हत्या की साजिश रची ताकि घर के पैसों से वह नई जिंदगी शुरू कर सके.
युवती प्रेमी के दोस्त से करना चाहती है शादी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि देवयानी पति को छोड़ने के बाद शिबू के साथ लिव-इन में रहती थी लेकिन वह उसे भी छोड़ना चाहती थी. देवयानी की शिबू के दोस्त कार्तिक से दोस्ती हो गई थी. वह कार्तिक से शादी की तैयारी कर रही थी. दोनों ने मिलकर साजिश रची कि सुधा रानी की हत्या के बाद संपत्ति और नकदी प्राप्त कर यहां से चले जाएंगे और शादी कर लेंगे.