शिवम मिश्रा, रायपुर. आरक्षण को लेकर सियासत गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा, जो निर्णय कल आया है हम उसका स्वागत करते हैं. इस फैसले से भाजपा का काम साबित हुआ है, लेकिन इस पर कांग्रेस राजनीति कर रही है. मुख्यमंत्री श्रेय लेने दौड़ रहे हैं.
आगे उन्होंने कहा, कांग्रेस का आदिवासी आरक्षण, कानून का उल्लंघन कर बनाया गया है. इससे समाज में बांटो और राज करो की राजनीति शुरू कर दी है. सरकार को पारदर्शिता बनाते हुए, क्वांटिफायबल डाटा सामने रखना चाहिए. कुणाल शुक्ला जैसे व्यक्ति को शोधपीठ का अध्यक्ष बनाया जाता है. कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ है और सिर्फ राजनीति कर रही है. इस प्रदेश के लोगों के साथ छल किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस की नियत पर सवाल उठ रहा है. इस फैसले से कांग्रेस का असली चेहरा जनता के बीच आया है. भाजपा मांग करती है, कांग्रेस सरकार पारदर्शिता के साथ आरक्षण का सम्मान कर भर्ती तत्काल शुरू करे.
आगे उन्होंने यह भी कहा, 2011 में भाजपा ने आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाकर 32 प्रतिशत किया था, लेकिन कांग्रेस के नेता जाकर कोर्ट में पिटीशन करते है. जिससे कांग्रेस की मंशा उजागर हो गई है. कांग्रेस जान बूझकर आरक्षण को लेकर कोर्ट में लेट लतीफी की है. अगर समय पर कोर्ट में वकील रखें होते तो, ऐसी स्तिथि निर्मित नहीं होती. अब तक क्वांटिफायबल डाटा को भी सार्वजनिक नहीं किया गया है. हम आरक्षण विधेयक को गलत नही समझ रहें हैं, लेकिन सरकार पूरे डेटा के साथ विधेयक को रखे. ताकि पारदर्शिता बनी रहे. सरकार को क्वांटिफायबल डाटा सामने लाना चाहिए.
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