पटना। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, नेताओं के बीच बयानबाजी तेज होती जा रही है। इसी क्रम में भाजपा नेता योगेन्द्र चंदोलिया ने आज महागठबंधन के घोषणा पत्र पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इसे झूठ और दिखावे का पुलिंदा बताया और कहा कि यह गठबंधन जनता को बहकाने का प्रयास कर रहा है।

महागठबंधन का घोषणा पत्र झूठा और असंभव

योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि महागठबंधन के पास न तो कोई ठोस योजना है और न ही जनहित की नीयत। इनका घोषणा पत्र पूरी तरह झूठ पर आधारित है। यह जमीन पर उतर ही नहीं सकता। जो लोग अपने शासनकाल में बिहार को अंधकार में ले गए, वे अब झूठे वादों से जनता को धोखा देना चाहते हैं। भाजपा नेता ने तंज कसते हुए कहा कि महागठबंधन वादों में माहिर है, लेकिन काम करने में नाकाम।

सिर्फ झूठ बोल सकते हैं

चंदोलिया ने कहा कि महागठबंधन द्वारा युवाओं को नौकरी देने का वादा सिर्फ एक राजनीतिक छलावा है। वे नौकरी नहीं दे सकते। यह सिर्फ झूठे वादे हैं, ताकि सत्ता हासिल कर सकें। जनता को गुमराह करने की यह नई रणनीति है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ही राज्य को विकास की दिशा दे सकती है।

लोग जंगलराज में वापस नहीं जाना चाहते

भाजपा नेता ने कहा कि बिहार के लोगों ने लालू-राबड़ी के शासनकाल में जो जंगलराज देखा था,उसे फिर कोई दोहराना नहीं चाहता। लोगों ने बहुत कष्ट झेला है। अब बिहार विकास की राह पर है। प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो स्थिरता आई है, लोग उसे बरकरार रखना चाहते हैं। चंदोलिया ने दावा किया कि जनता ने पहले ही मन बना लिया है कि फिर से एनडीए की सरकार बनानी है।

बातों में नहीं आने वाले लोग

योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि तेजस्वी यादव के बयान और वादे जनता के भरोसे पर खरे नहीं उतरते। लोग अब तेजस्वी यादव की बातों में नहीं आने वाले। बिहार की जनता समझदार है और जानती है कि कौन काम करता है और कौन सिर्फ बोलता है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की राजनीति सिर्फ वोट बैंक और जातिगत समीकरणों पर आधारित है, जबकि भाजपा और एनडीए विकास, रोजगार और सुशासन के एजेंडे पर काम करते हैं।