संदीप सिंह ठाकुर,लोरमी. यहां बीजेपी नेताओं के परिजन मनमानी पर उतर आए है. इन नेताओं के परिजन अपने ऊंची पहुंच बता कर यहां के सरकारी अस्पताल में ड्यूटी के नाम पर खानापूर्ति करते हुए फर्जी हाजरी के आधार पर लाखों रुपए का सरकार को चपत लगा रहे है.
यह कारनामा लोरमी के वरिष्ठ बीजेपी नेता तत्कालीन गौ सेवा आयोग के सदस्य धनीराम यादव की पत्नि का सामने आया है. जो लोरमी के उप स्वास्थ्य केंद्र कोसमतरा में पदस्थ है. कहने को तो यहां उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के पद पर चंद्रलेखा यादव पदस्थ है. जो माह में 1 दिन भी ड्यूटी पर नहीं जाती. वही विडंबना यह है कि गांव के लोग उन्हें पहचानते तक नहीं.
इस पूरे मामले की शिकायत ग्रामीणों ने लगातार जनदर्शन से लेकर लोकसुराज तक करते हुए एएनएम के कार्यों की जांच कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है. ग्रामीणों ने शिकायत पत्र में कहा है, एएनएम गांव में ड्यूटी पर नहीं आती और किसी भी बैठक में हिस्सा भी नहीं लेती. ऐसे में सरकारी अस्पतालों में जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने का सरकार का दावा खोखला साबित हो रहा है.
आए दिन अस्पतालों में दवाओं की कमी, चिकित्सकों की लापरवाही और कर्मियों के ड्यूटी से गायब रहने की खबरें आती रहती हैं. वही गरीब तबके के मरीज मुफ्त या कम पैसे में इलाज की उम्मीद लेकर अस्पताल आते हैं. लेकिन अव्यवस्था की वजह से उन्हें सरकारी अस्पतालों में फजीहत झेलनी पड़ती है.ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जनदर्शन सहित लोकसुराज में कई बार किया लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी रही. लोरमी बीएमओ डॉ जीएस दाऊ ने बार बार शिकायत के बाद भी अब तक एएनएम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
बतादें कि बीजेपी नेता धनीराम यादव की पत्नि चंद्रलेखा यादव की पोस्टिंग उप स्वास्थ्य केंद्र कोसमतरा में साल 1990 से जमी हुई हैं. लेकिन आज हालात यह है कि गांव के लोग तो दूर स्वास्थ्य विभाग के असिसटेंट मेडिकल ऑफिसर भी उन्हें नहीं पहचानते है. और बिना ड्यूटी में आये ही उनका वेतन लगातार हर माह का उनके खाते में डाल दिया जाता है.