रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने तेंदूपत्ता को लेकर एक बार फिर से राज्य सरकार के साथ कांग्रेस संगठन को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि कांग्रेस सरकार ने गरीब आदिवासी तेंदूपत्ता संग्राहको को पिछले दो साल के बोनस, लाभांश, छात्रवृत्ति व बीमा से वंचित कर रखा है.

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार के लापरवाही के कारण ही 31 मई 2019 को बीमा योजना का नवीनीकरण नहीं हो पाया. बिना बीमा के इस दौरान आकस्मिक व दुर्घटना जनित मौत व एक्सीडेंटल केस से प्रभावित आदिवासी परिवारों को सहायता कहां से मिलेगी, कितनी मिलेगी? इस पर विभाग ने मौन साध रखी है. वन विभाग, वनमंत्री व मुख्यमंत्री कार्यालय के बीच संवादहीनता का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा कि बीमा व बोनस पर मंत्री, मुख्यमंत्री व सत्ताधारी पार्टी के अलग-अलग तथ्य व बयान आ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी, मुख्यमंत्री व वनमंत्री के बयान में ही भारी विरोधाभाष है. कांग्रेस पार्टी का फोल्डर ‘‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’’ में छत्तीसगढ़ सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए शुरू करेगी-बीमा योजना में कहा गया है कि इस योजना में संग्राहकों की सामान्य मृत्यु पर 1 लाख रूपये व विकलांग होने पर 50 हजार रूपये देने का प्रावधान है. राज्य सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा योजना लेकर आयेगी, वहीं वनमंत्री कह रहे हैं 2 लाख व 4 लाख देंगे। श्रम विभाग की योजना नहीं, अलग से बीमा करायेंगे. आखिर झूठ कौन बोल रहा है?कांग्रेस पार्टी? या वनमंत्री?