अंबिकापुर- सरगुजा में संगठन की साख को मजबूत करने के इरादे से पहुंचे राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह की तल्खी की खबर हैं. सूत्र बताते हैं कि बैठक के दौरान उन्होंने जमकर नाराजगी जाहिर की. संगठन पदाधिकारियों से पूछे गए सवाल के जवाब से सौदान सिंह बेहद नाराज हो गए. उन्होंने दो टूक कहा कि-  मैं संगठन का व्यक्ति हूं. मेरे पास सरकार की जिम्मेदारी और जवाबदेही नहीं है. संगठन कैसे बेहतर और मजबूत हो इस पर बात की जानी चाहिए. लेकिन यहां मौजूद सभी पदाधिकारी सरकार चलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि- जब राज्य की सत्ता मिली थी, तब भी यही वो चेहरे थे, जिन्हें हराकर संगठन ने अपने दम पर चुनाव जीता था. सौदान सिंह ने कहा कि- सत्ता के दम पर कभी चुनाव नही ंजीता जा सकता.

बैठक में मौजूद सूत्र बताते हैं कि सौदान सिंह ने कहा कि- यहां सबकी बात सुनकर लग रहा है कि सभी कमजोर हो गए हैं. हालात ऐसे नजर आ रहे हैं कि यदि सत्ता नहीं रही तो जैसे मर जाएंगे. उन्होंने कहा कि आप लोग विधायक उम्मीदवार जीता नहीं पाए और सरकार चलाना चाहते हैं. बताते हैं कि सौदान सिंह ने कहा कि सरकार का काम सरकार पर ही छोड़ दें, तो ज्यादा बेहतर होगा. हर कोई सरकार ना बने. उन्होंने चुनावी मंत्र देते हुए कहा कि- बूथ को मजबूत करोगे, तो सरकार बन ही जाएगी, लिहाजा पूरी ताकत बूथ को मजबूत करने में लगा दो.

…..जब बैठक उठा टी एस सिंहदेव का मुद्दा

सूत्र बताते हैं कि बैठक में उस वक्त दिलचस्प वाक्या देखने को मिला, जब संगठन पदाधिकारियों ने दिल खोलकर मंत्रियों की शिकायत शुरू कर दी. दरअसल चर्चा चल रही थी कि नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव के गढ़ सरगुजा में केसरिया झंडा बुलंद करना है, इस बीच ही एक पदाधिकारी ने यह कहकर जवाब दिया कि- टी एस सिंहदेव को हराना बड़ी बात नहीं है, लेकिन दौरे पर आने वाले मंत्री सिंहदेव के महल घूमने चले जाते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि मंत्री आए हैं, तो उन्हें गड़बड़ियों और समस्याओं से रूबरू कराया जाएगा. ऐसे में कैसे सरगुजा को जीतेंगे.

बैठक के दौरान संगठन पदाधिकारियों ने कहा कि- राज्य की सत्ता में बीजेपी है, लेकिन यहां हमें लगता है कि हम विपक्ष में बैठे हैं. कोई सुनवाई नहीं होती.

बैठक में मौजूद सूत्र बताते हैं कि बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह ने जिला पदाधिकारियों से कहा कि- हम सब आप कार्यकर्ताओं की आंखों से ही देखते-सुनते हैं. चौथी बार सरकार बनाने का संकल्प भी कार्यकर्ताओं के समर्पण भाव को देखते हुए ही लिया है. अब जब चुनावी दहलीज पर खड़े हैं, तो ऐसे में समस्याएं क्या है, ये बताइए. उन्होंने यह भी पूछा कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति क्या है. सौदान सिंह एक-एक पदाधिकारी से संगठन के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर रायशुमारी कर रहे थे.

इस दौरान ही बलरामपुर के एक स्थानीय पदाधिकारी ने कलेक्टर अवनीश शरण की शिकायत कर दी. इसे लेकर दूसरे पदाधिकारियों ने तालियां बजाई, तो इस पर सौदान सिंह उखड़ गए. उन्होंने दो टूक कहा कि यह कोई आमसभा नहीं है, इसलिए यहां तालियां ना बजाए.