हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में ‘नोटा’ ने नया रिकॉर्ड कायम किया है। बिहार के गोपालगंज का पिछला कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए 2,18,674 वोट हासिल किए। वहीं सर्वाधिक नोटा के वोट डलने पर इंदौर के गांधी भवन कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेसियों ने नोटा का जश्न जन्मदिन के रूप मे केक काटकर मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने इंदौर की आम जनता के प्रति अपना आभार धन्यवाद व्यक्त किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने नोटा के देश व इंदौर मे नंबर 1 आने पर जनता को बधाई देते हुए हाथों में तख्तियां पकड़ी ,जिस पर लिखा था, “भाजपा ने खेल किया है खोटा” “इंदौर की जनता ने दबाया नोटा” साथ ही नारे भी लगाये।
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इंदौर शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि इंदौर लोकसभा चुनाव में 2,18,674 लाख वोट नोटा में देकर आम जनता ने अपने मताधिकार का उपयोग कर भारतीय जनता पार्टी का चाल चरित्र और चेहरा उजागर किया। जिस तरीके का कार्य भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव में किया था और लोकतंत्र की हत्या की थी। उसी का परिणाम है कि लोकसभा चुनाव में इंदौर और देश मे नोटा नंबर 1 आया है। इसलिए नोटा का जश्न कांग्रेसजनों ने जन्मदिन के रूप मे केक काटकर मनाया।
इंदौर में बने रिकॉर्ड
- भाजपा के शंकर लालवानी को मिले 12 लाख 26 हजार 751 वोट।
- नोटा को पहली बार देश में 2,18,674 ज्यादा वोट मिल गए हैं। अब तक देश में रिकॉर्ड बिहार की गोपालगंज सीट के नाम पर था। उसे 2019 में देश में सबसे ज्यादा 51,600 वोट मिले थे।