रायपुर- भूपेश सरकार के 5 लाख युवाओं को रोजगार दिए जाने के दावों पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा है कि बीते 11 महीनों में सबसे ज्यादा क्रूर मजाक राज्य के युवाओं के साथ किया गया. बेरोजगारी भत्ता देने के वादे के साथ सत्ता में आई कांग्रेस ने युवाओं को ठगा. वादे से सरकार मुकर रही है. रमन सिंह ने कहा कि पुलिस कर्मियों की भर्ती परीक्षा ही रद्द कर दी गई, जबकि हजारों युवाओं को केवल भर्ती का आदेश जारी किया जाना बाकी था. सरकार ने ऐसा सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि इस भर्ती की प्रक्रिया पिछली सरकार ने शुरू की थी. इसका क्रेडिट पिछली सरकार को न मिले, इसलिए भर्ती को रद्द करना ही इस सरकार ने बेहतर समझा.

पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि राज्य में विभिन्न विभागों में काम कर रहे 40 हजार दैनिक वेतनभोगियों को निकाल दिया गया. करीब 50 हजार लोगों को निकालने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार ने रोजगार के अवसर समाप्त कर दिए हैं. मुझे नहीं लगता कि किसी भी विभाग में भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. सरकार यदि सोच रही है कि इंडस्ट्री जैसे सेक्टर में रोजगार दिया गया है, तो यह सैचुरेशन की स्थिति में है. डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि सरकार राज्य की जनता को सरकार भ्रम में ना रखे. भूपेश जी यदि ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहे, तो इतनी सहूलियत कम से कम दें कि दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नौकरी से ना निकाला जाए.

इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विकम उसेंडी ने कहा कि बीते 11 महीनों में कहीं भी रोजगार बढ़ा हो, यह नजर नहीं आ रहा. सरकार यदि दावा कर रही है कि 5 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है, तो विभागवार इसकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि कहीं भी बेरोजगारों की सुध सरकार नहीं ले रही.

बता दें कि सरकार ने भूपेश सरकार ने रोजगार के आंकड़ों को जारी करते हुए दावा किया था कि सत्ता में आने के बाद से अब तक 5 लाख 41 हजार 259 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है. इनमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख 10 हजार 117 लोगों को नौकरी दी गई, जिनमें सरकारी सेवा के क्षेत्र में 20 हजार 502 लोगों को और उद्योगों में 10 हजार 640 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया.