राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के ब्यूरोक्रेसी वाले बयान से प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है. इस बयान के बाद उमा भारती ने सफाई भी दे चुकी हैं। बावजूद इसके मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। उमा भारती के बाद सीएम शिवराज ने भी ब्यूरोक्रेसी पर तंज कसा था। अब इसमें ताजा नाम बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी नाम जुड़ गया है।
छतरपुर के लवकुश नगर में एक कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो मंच पर से ही ब्यूरोक्रेसी पर लाल हो गए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि एसडीएम हो या अन्य अधिकारी सुन लें। यहां की जनता के लिए ऑफिस में टाइम पर बैठना पड़ेगा। वरना कार्रवाई होगी।
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शर्मा ने कहा कि समय पर नहीं बैठने पर मैं खुद मुख्यमंत्री से बात करूंगा। ये नहीं चलेगा अधिकारी इतने बेलगाम नहीं हो सकते। लोगो को काम होता है। समय पर ऑफिस में बैठें वर्ना नौकरी छोड़ दें।
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उमा भारती और सीएम भी दे चुके हैं नसीहत
ब्यूरोक्रेसी कोई पहली बार भाजपा नेता के निशाने पर नहीं है। इससे पहले उमा भारती और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर ब्यूरोक्रेसी पर तंज कस चुके हैं। उमा भारती का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें ब्यूरोक्रेसी को चप्पल को उठाने वाली बता रही हैं. उन्होंने कहा कि ये सब फालतू की बातें हैं कि ब्यूरोक्रेसी घुमाती है। उनकी औकात क्या है। हम उन्हें तनख्वाह देते हैं। हम उन्हें पोस्टिंग दे रहे हैं। हम उन्हें डिमोशेन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कोई औकत नहीं है, असली बात तो यह है कि ब्यूरोक्रेसी के बहाने से अपनी राजनीति साधते हैं।
वहीं ब्यूरोक्रेसी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि अगर मंत्रालय में बैठ जाओ तो रंगीन पिक्चर दिखा दी जाती है कि साहब सब आनंद ही आनंद है। पर फील्ड में जाओ तो जनता से मिलकर पता चलता है कि आनन्द कहाँ तक पहुंचा है।
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