भोपाल. होशंगाबाद में आईटीआई छात्रों के शपथ के बाद अब बैतूल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाजपा को वोट न देने की शपथ ली है. वहां कलेक्ट्रेट के सामने सोमवार को पहले धरना दिया गया, फिर भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सामूहिक रूप से शपथ ली गई कि वे अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नही देंगी, साथ ही अपने परिजन, रिश्तेदार और परिचितों को भी वोट नहीं देने के लिए प्रेरित करेंगी.

ये आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकार से न्यूनतम वेतन की अधिसूचना जारी करने वा 45 राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू करने के लिए आंदोलनरत भी हैं. अभी इन्हें पांच हजार रुपए मानदेय मिल रहा। इनका कहना है, इतने कम मानदेय से जीवन यापन नहीं हो पा रहा है.

बैतूल लंबे समय से RSS-BJP का गढ़ रहा है. पिछले एक साल में यहां दो बार RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के दौरे हो चुके हैं. अभी 2 फरवरी को डॉ. भागवत 3 दिन रुके थे. इससे पहले (8 फरवरी 2017 को) RSS का हिन्दू सम्मेलन भी इस शहर में हो चुका है. तब भी डॉ. भागवत रुके थे.

मध्यप्रदेश के दो शहरों में लोगों का खुलकर गुस्सा सामने आने के साथ-साथ भोपाल और सागर में संविदा कर्मचारियों का ‘हमारी भूल-कमल का फूल’ स्टिकर अभियान भी चल रहा है. ये तमाम घटनाएं बीजेपी के नेताओं की चिंता बढ़ा रहीं हैं. इसी तरह का माहौल वर्ष 2003 में कांग्रेस की दिग्विजय सरकार के कार्यकाल में देखा गया था. उसके बाद कांग्रेस 14 साल से सत्ता से बाहर है.

देखिये वीडियो…

https://youtu.be/BBiXJFZGTuU