शब्बीर अहमद, भोपाल। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल रहीं तेज तर्रार महिला कांग्रेस नेत्री नूरी खान (Congress leader Noori Khan) अपना इस्तीफा देने के एक घंटे के अंदर उसे वापस भी ले लिया। लेकिन कांग्रेस नेत्री नूरी खान पर प्रदेश की सियासत गर्म है। नूरी खान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है (Regarding Noori Khan, BJP surrounded Congress) है। नूरी खान के अल्पसंख्यक नेताओं को नजरअंदाज करने के आरोप पर बीजेपी मीडिया विभाग के प्रमुख लोकेंद्र पाराशर (BJP media department head Lokendra Parashar) ने ट्वीट कर एक कविता के माध्यम से कांग्रेस पर निशाना साधा। लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- 

‘नूरी की माने तो …
लड़की हूं ..पर मुस्लिम हूं ..
इसलिए अध्यक्ष नहीं बन सकती ।

प्रियंका गांधी को अब कहना चाहिए…
लड़की हो..पर मुस्लिम हो ..इसलिए नहीं बन सकती।

जानिए क्या है पूरा मामला

प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल रहीं तेज तर्रार महिला नेत्री नूरी खान ने रविवार देर शाम अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा ट्वविटर पर भी शेयर किया था। सोशल मीडिया के माध्यम से सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), मुकुल वासनिक(Mukul Wasnik), वेणुगोपाल सहित प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) को टैगकर दी थी। इसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था।

श्री कमलनाथ जी
प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी

विषय — पार्टी के सभी पदों से मेरे त्यागपत्र को अविलंब स्वीकार करने बाबत

आदरणीय महोदय !

वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा अल्पसंख्यक समाज के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया की है… पार्टी में सिर्फ इस वजह से प्रतिभाओं को मौका नहीं दिया जाता क्योंकि अल्पसंख्यक वर्ग से है… यह मेरा कोई राजनीतिक आरोप नहीं है आप खुद तथ्यात्मक रूप से आकलन करें प्रदेश के जिलों में जिला कांग्रेस कमेटियों में कितने अध्यक्ष अल्पसंख्यक वर्ग से…

प्रदेश के अग्रिम संगठनों में कोई प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक वर्ग से नहीं है ,
मैंने स्वयं यह महसूस किया है कि मुझे जिस तरह से इतनी मेहनत और लगन से कार्य करने के बाद भी सिर्फ वर्ग विशेष से होने की वजह से पार्टी मैं जिम्मेदार पद पर नहीं बैठाया जाता

जबकि यदि यह स्थिति मेरे जैसी कार्यकर्ता के साथ है प्रदेश के अन्य जिले के अल्पसंख्यक वर्ग के कार्यकर्ताओं में कितना उपेक्षा का व्यवहार होगा…
पार्टी के अग्रिम संगठनों पर जिम्मेदारी नहीं दी जाती…

सांप्रदायिक संगठनों से लड़ने की बात सिर्फ कागजों पर है यदि हम अपनी पार्टी में इसका पालन नहीं करा सकते तो शायद हम अपनी विचारधारा से विमुख हो रहे हैं…

ऐसी स्थिति में मेरे लिए कार्य कर पाना असंभव है मैं आपके प्रति व्यक्तिगत रूप से कृतज्ञता व्यक्त करती हूं और अपने सभी कांग्रेस के पदों से इस्तीफा देती हूं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं

अपने से जुड़े कार्यकर्ताओं जनता को यह आश्वस्त करना चाहती हूं कि भविष्य में अपने राजनीतिक आंदोलन को और मजबूत करने के लिए आपकी जनसेवा के लिए नई राजनीतिक दिशा जल्दी तय करूंगी और आपके बीच में राजनीतिक जन सेवा के लिए कार्य करूंगी …
एक नई राजनीतिक दिशा और सोच के साथ आप सभी के सहयोग और प्यार के लिए धन्यवाद…

विशेष आग्रह — कृपया मेरे इस इस्तीफे को बिना किसी मानमनोबल एवं औपचारिकता के अविलंब स्वीकार किया जाए यह निर्णय मेरा अंतिम निर्णय है अतः मेरा इस्तीफा स्वीकार करें
धन्यवाद
जय हिंद

प्रतिलिपि
श्रीमती सोनिया गाँधी जी
श्री मुकुल वासनिक जी
श्री के.सी.वेणुगोपाल जी

नूरी खान
सामाजिक कार्यकर्ता उज्जैन

“उसूलों पर गर आंच आए तो टकराना जरूरी है जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है…..

कांग्रेस की महिला नेत्री नूरी खान ने पूर्व सीएम कमलनाथ से बातचीत करने के बाद इस्तीफा वापस ले लिया था। उन्होंने खुद फिर से सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी।

जिस पर उन्होंने लिखा कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से बातचीत औऱ उनके विश्वास के साथ मैं पार्टी को दिए इस्तीफे को वापस ले रही हूं।