दिल्ली. भाजपा 2014 के लोकसभा चुनाव के अपने घोषणापत्र में किये गए वादों को पूरा करने की दिशा में मोदी सरकार द्वारा किये गए कार्यों की जानकारी लोगों के सामने पेश करेगी।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि किये गए कुल 549 वादों में से 520 से अधिक को या तो पूरा कर दिया गया है या उन पर काम सफलतापूवर्क चल रहा है।

पार्टी का यह फैसला इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि आगामी आम चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह पिछले लोकसभा चुनाव में किये गए वादों को पूरा करने में असफल रही है। भाजपा नेताओं की एक दल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार द्वारा इन वादों को पूरा करने के लिए किये गए कार्य का विवरण एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें रोजगार सृजन का वादा, लोगों को सामाजिक सुरक्षा और आतंरिक सुरक्षा बढ़ाना शामिल है।

इसके बारे में जानकारी रखने वाले पार्टी के एक नेता ने कहा कि भाजपा ने पिछले आम चुनाव में करीब 549 वादे किये थे। उन्होंने कहा, ”उनमें से 520 को या तो पूरा कर दिया गया है या उन पर काम चल रहा है और उसे पूरा होने में कुछ समय लगेगा।

पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि सरकार की कई अन्य ”सफल पहल हैं जैसे उज्ज्वला और मुद्रा जो कि भाजपा के घोषणापत्र का हिस्सा नहीं थे लेकिन उनसे बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए। सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराये जबकि मुद्रा योजना के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण मुहैया कराये गए।

भाजपा उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मोदी सरकार ने “लोकलुभावन चीजों को आगे बढ़ाने की बजाय दीर्घकालिक एजेंडे पर काम किया है। उन्होंने जीएसटी क्रियान्वयन को सरकार की दीर्घकालिक दृष्टि का एक उदाहरण बताया और इस बात पर जोर दिया कि भाजपा प्रदर्शन और विकास की राजनीति चुनाव में लेकर आयी।

उन्होंने भाजपा के प्रतिद्वदियों की उनकी नकरात्मक एजेंडे के लिए आलोचना करते हुए सवाल किया, ”क्या कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टी लोगों को यह बता रही है कि जब वह सत्ता में थी तो उनके लिए उसने यह किया जिसके चलते उन्हें उसके लिए वोट करना चाहिए? सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मोदी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा का दायरा काफी बढ़ाया है और लोगों विशेष तौर पर गरीबों को सम्मान दिया है, वहीं आतंरिक और बाहरी सुरक्षा के मोर्चों पर उसके रिकार्ड भी अद्वितीय हैं।