राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को जब्त हुआ रेमडीसीवर इंजेक्शन बंग्लादेश का निकला है। इस इंजेक्शन को बंग्लादेश की फार्मा कंपनी ने बनाया है। इस मामले में गिरफ्तार हुए डॉक्टर सहित 4 अन्य से क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच की टीम इस बात की जांच कर रही है कि जब्त किये गए इंजेक्शन को मध्यप्रदेश में बेचने की अनुमति है या नहीं इसके साथ ही ड्रग तस्करी की दिशा में भी पुलिस की जांच जारी है।
ऐसे चढ़ पुलिस के हत्थे
आपको बता दें भानपुर स्थित बीएमएचआरसी हॉस्पिटल में भर्ती एक मरीज के परिजनों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी। उनके संपर्क में निशातपुरा का रहने वाला 40 साल का शमी खान आया। शमी खान ने 14 हजार रुपये में इंजेक्शन दिलाने की बात कही। परिजनों ने कालाबाजारी की यह जानकारी क्राइम ब्रांच से साझा की। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर चार आरोपितों को रंगेहाथों दबोच लिया। पुलिस ने उनके पास से चार रेमडेसिविर के इंजेक्शन बरामद किए। जो बांगलादेश की एक फार्मा कंपनी में बने हुए हैं। इस मामले में पुलिस ने शाहजहांनाबाद स्थित अपोलो हॉस्पिटल के डाक्टर एहसान खान, लाइफ लाइन मेडिकल स्टोर के नौमान खान, एम्पायर मेडिकल स्टोर के अखलाक खान और दलाल शमी को गिरफ्तार किया था।
आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उन्होंने शाहजहांनाबाद स्थित मनोज मेडिकल से आसिफ खान से रेमडेसिविर के इंजेक्शन खरीदे थे। एक इंजेक्शन उन्होंने सात हजार रुपए खरीदा था। वे इसे 12-20 हजार रुपए में जरूरतमंद को बेचने वाले थे। पुलिस आसिफ खान की तलाश में जुटी है। उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चलेगा कि उसे ये इंजेक्शन कहां और कैसे मिले।