वेंकटेश द्विवेदी, सतना। कोरोना संक्रमण काल के पहले स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को मोबाइल फोन लाने की मनाही थी। मोबाइल फोन लागने पर कार्रवाई की जाती थी, किंतु लॉकडाउन के कारण मजबूरी में पैरेंट्स और स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को मोबाइल की सुविधा दी गई है। यह सुविधा और टेक्नोलॅाजी कभी-कभी घातक भी साबित हो जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था और मोबाइल ब्लास्ट हो गया। घायल छात्र को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से जबलपुर रेफर किया गया है।

जानकारी के अनुसार घटना गुरुवार की जिले के नागौद तहसील के चदकुइया गांव की है। जहां एक निजी स्कूल की कक्षा आठवीं का 15 वर्षीय छात्र रामप्रकाश भदौरिया पिता भानुप्रसाद मोबाइल फोन विस्फोट का शिकार हो गया। वहीं इस बारे में छात्र के स्वजनों ने बताया कि छात्र दोपहर में स्कूल की पढ़ाई ऑनलाइन कर रहा था। जिस समय मोबाइल से छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था, उसी समय मोबाइल अचानक ब्लास्ट हो गया। मोबाइल ब्लास्ट होने से छात्र का मुंह और नाक का हिस्सा पूरी तरह से लहूलुहान हो गया। जिसे को लेकर तत्काल नागौद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से छात्र को प्राथमिक उपचार के बाद सतना जिला अल्पताल रेफर कर दिया। यहां छात्र की हालत गंभीर होने पर उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है। डॉक्टरों की मानें तो छात्र के मुंह और नाक में गंभीर चोट पहुंची है।

इस घटना से रामप्रकाश के माता पिता सदमे में हैं। पिता भानुप्रसाद के अनुसार उनका बच्चा रोजाना अॅानलाइन पढ़ाई करता है। गुरुवार दोपहर को भी वह घर में पढ़ाई कर रहा था तभी तेज धमाके की आवाज आई। यह सुन परिवार के लोग घर के कमरे की ओर दौड़े तो उनका लड़का अचेत अवस्था में लहूलुहान पड़ा हुआ था। यह देख वे कांप गए और आनन-फानन में अस्पताल ले गए।