Blood Clotting: अगर शरीर के मैकेनिज्म के खून जमने की क्षमता न हो तो छोटी सी चोट भी जानलेवा हो सकती है. ऐसे में ब्लड क्लॉटिंग एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है जो ब्लड को रोकने और घाव को भरने में मदद करती है और खून के बहाव को नियंत्रित करने में मदद करती है. लेकिन कई बार बहते हुए खून में क्लॉट यानी थक्का बन जाता है. आमतौर पर खून का थक्का अपने आप घुल जाता है लेकिन कई बार यह प्रक्रिया सही ढंग से काम नहीं करती, जिससे नस फटने, स्ट्रोक या हार्ट अटैक जैसी समस्या हो सकती है.

ब्लड क्लॉटिंग का सही समय पर इलाज नहीं कराने से आपकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है. इस समस्या को मैनेज करने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं जो कि आपके घर में ही मौजूद हैं. तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में जिनकी मदद से ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को दूर किया जा सके.

हल्दी

हल्दी अपने औषधीय गुणों के कारण बेहद ही लोकप्रिय है. इसमें करक्यूमिन नामक एक एक्टिव इंग्रीडिएंट पाया जाता है, जो एक ब्लड थिनर की तरह भी काम करता है. इसलिए, अगर हल्दी को डाइट में शामिल किया जाए तो इससे व्यक्ति को रक्त को पतला करने में मदद मिलती है.

दालचीनी

इसमें ब्लड क्लॉटिंग को रोकने की क्षमता होती है. यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है. यह स्ट्रोक की आशंका को कम करती है. दालचीनी का पानी पीकर आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं.

तुलसी

तुलसी का इस्तेमाल लंबे समय से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता रहा है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके औषधीय गुणों के कारण आप ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को दूर करने के लिए भी तुलसी का सेवन कर सकते हैं. इसके फायदे के लिए आप तुलसी के ताजे पत्ते चबा सकते हैं या तुलसी की चाय पी सकते हैं. इसके अलावा तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर व छानकर भी पिया जा सकता है.

नीम

कुछ अध्ययन यह बताते हैं कि नीम के अर्क को डाइट में शामिल किया जाए, तो इससे रक्त के थक्कों को तोड़ने में मदद मिलती है. जिससे व्यक्ति की स्थिति धीरे-धीरे बेहतर होती है. नीम से मिलने वाले लाभ पाने के लिए, आप नीम के पत्तों के अर्क या नीम की गोलियों का सेवन कर सकते हैं.

ग्रीन टी

ग्रीन टी से ना केवल वेट लॉस और पाचन शक्ति अच्छी होती है, बल्कि इससे हमारी कई बिमारियां सही की जा सकती हैं. ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्लड क्लॉटिंग को होने से रोकती है.

अदरक

हाथ-पैरों में खून का थक्का जमने पर अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है. अदरक के इस उपाय को करने के लिए 1 गिलास गर्म पानी में कद्दूकस की हुई अदरक डालकर पानी के गुनगुना होने पर इसमें शहद मिलाकर पी जाएं. अदरक में मौजूद सैलिसिलेट नामक तत्व हाथ-पैरों में खून का थक्का जमने पर इसे ठीक करने में मदद करता है.

लहसुन

ब्लड क्लॉटिंग की समस्या को लहसुन की मदद से दूर किया जा सकता है. इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले लहसुन की कलियों को छीलकर और पीसकर एक कप पानी में डालकर उबाल लें फिर उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी जाएं. लहसुन में एलिसिन और एजोईन नामक तत्व होते हैं जो ब्लड क्लॉटिंग को रोकने में मददगार साबित हो सकते हैं.

सेंधा नमक डालकर स्नान करें

अगर आप गर्मी के मौसम में बार बार नहाने का बहाना ढूंढते हैं तो यह एक फायदेमंद बहाना है. सेंधा नमक स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है. अगली बार जब भी आप आरामदायक स्नान के बारे में सोचे तो बबल बाथ की जगह सेंधा नमक को पानी में डालकर नहाएं.

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