नीमच. मप्र के नीमच में पुलिस ने देह व्यापार के अड्डों पर दबिश देकर देह व्यापार में लगी 4 लड़कियों को हिरासत में लिया. महु-नीमच फोर लेन हाइवे पर बांछड़ा समुदाय के लोग सदियों से यहां देह व्यापार का काम करते आ रहे है. नीमच पुलिस के साथ इस कार्रवाई में एक NGO की टीम भी थी जो इसी बांछड़ा समुदाय के युवाओं की है. और इस देह व्यापार के खिलाफ है.

पुलिस और NGO की इस कार्यवाही से झल्ला कर बांछड़ा समुदाय के लोगो ने NGO के एक कार्यकर्ता को अपहरण कर लगभग 3 घंटे तक मारा पिटा और बाकायदा मारपीट का लाइव विडियो बनाकर वायरल भी किया दिया. जिससे यह सन्देश लोगों तक पहुंचे की देह व्यापार के खिलाफ कार्यवाही करने का क्या नतीजा होता है.

आपको बता दे की मंदसौर, नीमच और रतलाम जिले में बांछड़ा समुदाय की हजारो लड़किया देह व्यापार में लगी है. जिनमें से लगभग 2 हजार नाबालिग लड़कियां है.

नीमच सिटी थाने की पुलिस हिरासत में खड़ी ये वो लड़किया है. जिन्हें नीमच पुलिस ने देह व्यापार के अड्डो से पकड़ा है. ये बांछड़ा समुदाय की है. असल में बांछड़ा समुदाय में लड़कियों से देह व्यापार करवाने की परम्परा सदियों पुरानी है. मंदसौर नीमच रतलाम जिले में बांछड़ा समुदाय की हजारों लड़कियां इस देह व्यापार में उतार दी गई है. जिनमें नाबालिग लड़कियों की संख्या भी काफी ज्यादा है.

नीमच से गुजरने वाले फोर लेन हाइवे पर जगह जगह गुमटियों या घरों के बाहर ये लड़कियां खुले आम अपने ग्राहकों के इन्तजार में बैठी रहती है. पुलिस भी समय समय पर NGO के दबाव में कार्यवाही करती रहती है. लेकिन इस देह व्यापार को जड़ से ख़त्म कोई नही कर पाया.

नीमच में बांछड़ा समुदाय के ही कुछ युवाओं का “नई आभा” नाम से एक NGO है. जो आए दिन इन देह व्यापर के अड्डों पर कार्यवाही करके अब तक सैकड़ो नाबालिग लडकियों से देह व्यापार करवाने वाले लोगों पर कार्यवाही करवा चुका है. इस NGO के सदस्यों ने पुलिस के साथ नीमच के जैतपुरा गांव में कार्यवाही करवाई थी. पुलिस अपनी कार्यवाही में लगी थी और देह व्यापार चलाने वालो ने विक्की चौहान नाम के एक NGO वर्कर का अपहरण कर लिया और उसे एक कमरे में बंद करके बुरी तरह मारा पिटा और मारपीट का लाइव विडियो बनाकर बांछड़ा समुदाय के ग्रुपों में वायरल भी किया. जिससे अन्य समुदाय के युवाओं में इस समुदाय में चल रहे देह व्यापार की खिलाफत का अंजाम भी पता चल सके और कोई आवाज ना उठा पाए.

घायल विक्की के अनुसार पुलिस ने वायरल विडियो देखने के बाद NGO वर्कर विक्की को मुक्त करवाया. विक्की के 1700 रु व मोबाइल भी मारपीट करने वालों ने छीन लिए. NGO कार्यकर्ताओ की माने तो इस क्षेत्र में दस से बारह साल की बच्चियों से भी देह व्यापार करवाया जाता है.

इस पुरे मामले में पुलिस पर भी अब सवालिया निशान उठ रहे है कि इतने सालो से यहां खुले आम देह व्यापार चल रहा है और पुलिस कार्यवाही के नाम पर कभी कभार ही यहां दबिश देती है. अब हालत ये हो चुके है कि देह व्यापार करवाने वाले लोग NGO कार्यकर्ताओ को ही अपना निशाना बनाकर हमला कर रहे है. जबकि सरकार बेटी बचाओ के नारे लगा रही है. ऐसे समय पुलिस द्वारा नाम मात्र की कार्रवाई की जाती है. ये पुलिस कर्मी कार्रवाई के नाम पर बेगुनाह महिलाओं को उठा लाते है. लेकिन पुलिस क इस कार्रवाई के दौरान एक भी युवक गिरफ्तार नहीं किया जाता है. पुलिस की यह कार्रवाई मात्र कही ना कही NGO कार्यकर्ताओ दबाव बनाने के लिए की जाती है. अपने हितो के लिए गलत तरीको से कार्रवाई को आजम दे रही है.

नीमच पुलिस ने NGO की सुचना पर कार्यवाही तो कर दी, लेकिन कभी अपनी इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए आगे रह कर कार्यवाही नहीं की. नतीजा यह है की नीमच जिले में जगह जगह देह व्यापार खुले आम चल रहा है. नीमच जिले में अफीम तस्करी और देह व्यापार एक बड़ी समस्या है. लेकिन पुलिस की रूचि ज्यादातर अफीम के मामलों में ही देखी गई है.

पुलिस अधिकारी NGO कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में ज्यादा जानकारी जानबूझ कर नहीं दे रही थी. लेकिन जो लाइव विडियो आया है, उसमें साफ़ दिख रहा है कि देह व्यापार को बचाने के लिए बांछड़ा समुदाय के लोग किस तरह अपने विरोधियों पर टूट पड़ते है.

देखिये वीडियो –

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