रविवार को ट्विटर पर बॉयकॉट कैडबरी (Boycott Cadbury) ट्रेंड करने लगा. इसका कारण प्रोडक्ट में बीफ होने का दावा और कैडबरी कंपनी के एक विज्ञापन को माना जा रहा है. दरअसल, एक सोशल मीडिया यूजर ने हाल ही में कैडबरी के एक विज्ञापन को निशाना बनाया है. वहीं विहिप नेता साध्वी प्राची ने कैडबरी के विज्ञापन को साझा करते हुए एक गरीब दीया विक्रेता के नाम के रूप में ‘दामोदर’ के इस्तेमाल पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि यह “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता के नाम के साथ किसी को खराब रोशनी में दिखाने के लिए” किया गया है. साध्वी प्राची ने ट्वीट किया, ‘चायवाले का बाप दीयेवाला’. जबकि कई अन्य लोगों ने भारत में कैडबरी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करते हुए ट्वीट करना शुरू कर दिया.

यह पहली बार नहीं है जब कैडबरी भारतीय ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आई है. 2021 में इसी तरह के बहिष्कार का आह्वान किया गया था, जिसने कंपनी को एक बयान जारी करने के लिए मजबूर किया, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि भारत में उसके सभी उत्पाद 100% शाकाहारी हैं और रैपर पर हरा बिंदु उसी का है.

‘बॉयकॉट कैडबरी’ (Boycott Cadbury) ट्रेंड करने वाले ट्विटर यूजर्स ने ऑस्ट्रेलिया की कैडबरी वेबसाइट के प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन पेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया. इसने कहा, “कृपया ध्यान दें, यदि हमारे किसी ऑस्ट्रेलियाई उत्पाद में सामग्री में जिलेटिन होता है, तो हम जिस जिलेटिन का उपयोग करते हैं वह हलाल प्रमाणित होता है और बीफ से प्राप्त होता है.” कैडबरी उत्पादों में बीफ होने का दावा करने वाला वायरल स्क्रीनशॉट भारत का नहीं है. इससे पहले जब बहिष्कार का आह्वान किया गया था, तो कैडबरी ने स्पष्ट किया कि भारत में उसके सभी उत्पाद 100% शाकाहारी हैं.

इसे भी पढ़ें :