प्रदीप गुप्ता, कवर्धा।  जिले के स्वास्थ्य महकमे में व्याप्त भर्राशाही का एक बार फिर खुलासा हुआ है। लोहारा सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र में संचालित जन औषधि केन्द्र में मरीजों को दवाई के नाम पर लूटा जा रहा है। अस्पताल परिसर में ही संचालित मेडिकल स्टोर्स में मरीजों को महंगे दामों पर दवाई बेची जा रही है। जन औषधि केन्द्र में जेनरिक दवाएं मौजूद न होकर ब्रांडेड कंपनियों की महंगी दवाएं ही मौजूद हैं जिन्हें खरीदना मरीजों के परिजनों की मजबूरी बन गई है।

स्वास्थ्य केन्द्र में सोमवार को 20 महिलाओं की नसबंदी आपरेशन हुआ था। आपरेशन के बाद मरीज के परिजनों को डॉक्टरों द्वारा दवाईयों की लंबी लिस्ट थमा दी गई। जिनकी कीमत हजारों रुपए है।  अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों का कहना है कि वे सरकारी अस्पताल में निशुल्क आपेरशन होता है, यह सोचकर आए थे लेकिन यहां ऐसा कुछ भी नजर नहीं आता।

डॉक्टर और मेडिकल संचालक की मिलीभगत से यहां मरीजों को निजी अस्प्तालों की तरह लूटा जा रहा है। आलम यह है कि यहां भर्ती कई मरीजों के परिजनों को उधारी तक लेना पड़ रहा है।

जब अस्प्ताल के डाक्टरों से बात की गई तो डॉक्टर इस मामले में कुछ न कह कर मीडिया के अस्पताल पहुंचने पर ही आपत्ति जताने लगे। उनका कहना है कि इस सरकारी अस्पताल में आने से पहले मीडिया को अनुमति लेना जरूरी है। बगैर अनुमति अस्पताल में कोई भी मीडियाकर्मी कदम न रखे।