रायपुऱ। कई तरह के मामलों में फंसे निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता से सरकार ने सरकारी वाहन की सुविधा वापस ले ली. वहीं गुप्ता को मिले सुरक्षाकर्मी को लेकर समीक्षा की जा रही है.  दरअसल मुकेश गुप्ता को सरकार ने नान घोटाला और फोन टैपिंग मामले में आरोपी पाए जाने के बाद से निलंबित कर दिया है. दोनों ही मामले में गुप्ता के खिलाफ ईओडब्ल्यू में एफआईआर भी दर्ज है. निलंबन के बाद गुप्ता को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है. निलंबन अवधि में किसी भी तरह से अतिरिक्त सुविधा किसी को भी नहीं दी जाती है. लेकिन इसके बाद भी मुकेश गुप्ता सरकारी सुविधाओं को लाभ उठा रहे थे. इसकी शिकायत मिलने के बाद सरकार तत्काल प्रभाव से सरकारी वाहन देने की सुविधा को निरस्त कर दिया है.

वहीं मुकेश गुप्ता की सुरक्षा को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी ने डीजी गुप्तावार्ता और एसएसपी रायपुर को निर्देश दिए हैं. डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा की समीक्षा कर उन्हें उतना ही सुरक्षा दी जाए जितनी जरूरत है. अतिरिक्त बल वापस लिया जाए.

आपको बता दे कि 25 अप्रेल को जब मुकेश गुप्ता को पूछताछ के लिए ईओडब्ल्यू बुलाया गया था तो वे सरकारी वाहन से पहुँचे थे. साथ में उनके एक गनमैन भी था. मतलब आरोपी होने के बाद भी मुकेश गुप्ता टशन के साथ वहाँ पहुँचे और पूछताछ में उसी अंदाज में शामिल भी हुए. मुकेश गुप्ता के इस टशनबाजी और सरकारी सुविधा को लेकर खबरें मीडिया में खूब में चली. इसके बाद सरकार ने तत्काल गुप्ता के खिलाफ एक्शन लिया और सरकारी वाहन की सुविधा छिन ली. फिलहाल सुरक्षा संबंधी निर्णय होना बाकी है.