शब्बीर अहमद, भोपाल। आतंकवाद के बाद अब भारत में हो रही ऑनलाइन धोखाधड़ी में पाकिस्तान और चीन का कनेक्शन सामने आया है। ये हम इसीलिए कह रहे है क्योंकि मध्यप्रदेश स्टेट साइबर पुलिस ने अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यावसायियों को ट्रेडिंग के नाम पर लंबे समय से ऑनलाइन ठग रहे थे।

पाकिस्तान और चीन भेजते थे पैसा

पूछताछ और मामले की जांच में अब तक 50 करोड़ रुपए की ठगी किए जाने का खुलासा हुआ है। आरोपी क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पाकिस्तान और चीन पैसे भेजते थे। वहीं जिन साइट्स के जरिए लोगों को झांसे में लिया जाता था, उन वेबसाइट का निर्माण भी पाकिस्तान और चीन के लोगों से इनसे कराया था।

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टेरर फंडिंग की आशंका

चीन और पाकिस्तान के लोगों की मिलीभगत सामने आने के बाद पुलिस अब टेरर फंडिंग समेत देश विरोधी गतिविधियों के एंगल पर जांच कर रही है। अभी गिरोह के 3 सदस्य फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। वहीं पकड़े गए आरोपियों से 60 डिजिटल सिग्नेचर शेल फर्म के निर्देशकों के, 3 लेपटॉप, 4 पेनड्राइव, 1 मोबाइल फोन, किरप्टो ट्रेडिंग स्टेटमेंट समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं। इस मामले में पूछताछ के बाद और भी बड़े खुलासे की होने की उम्मीद है।

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सीए, सीएस और व्यापारी भी शामिल

देश के लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने के बाद आरोपी क्रिप्टो करेंसी के जरिये पैसे पाकिस्तान भेज रहे थे। पाकिस्तान और चीन में बैठे मास्टर माइंड भारतीय नागरिकों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाते थे। इस रैकेट में सीए, सीएस समेत व्यापारी भी शामिल हैं। पुलिस ने अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है वहीं 3 आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। जो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं उनमें 2 दिल्ली से, एक हरियाणा के गुरुग्राम, 1 राजकोट गुजरात वहीं मुंबई का रहने वाला विजय छुटलानी और राजकोट का विजय हरियानी फरार हैं।

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