रायपुर। विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिये बृजमोहन अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया कि आयुष्मान योजना, स्मार्ट कार्ड और खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना से कोरोना के कितने मरीज़ों का इलाज़ किया गया? उन्होंने माँग की है कि रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगाया जाए. ध्यानाकर्षण में सरकार के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विपक्षी ने वॉकआउट किया.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना में 38 लाख परिवार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना में 4 लाख परिवार और खूबचंद बघेल योजना में 54 लाख परिवार पंजीकृत हैं. इस पर बृजमोहन ने कहा कि इन योजनाओं से कितने मरीज़ों का इलाज़ हुआ. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ख़ूबचंद बघेल योजना से 17 हज़ार 426 मरीज़ों का इलाज़ हुआ है.
बृजमोहन ने कहा कि गरीब घर द्वार, जेवर बेचकर इलाज कराने मजबूर हैं. कोविड सेंटरों में अव्यवस्था के चलते मरीज बढ़ रहे हैं. उन्होंने साथ ही विभाग के अधिकारियों की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारियों की गैलरी खाली है. इतना महत्वपूर्ण विषय है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव गैलरी में मौजूद नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि मुझे एसीएस का फोन रात में आया था कि उन्हें बुखार है. सुबह टेस्ट कराएंगी. उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ये आरोप कि सीएम के साथ स्वास्थ्य मंत्री की बन नहीं रही है, बगैर जानकारी ये कहना ठीक नहीं है. तबियत खराब होने की वजह से डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन को हमने वापस जाने का डायरेक्शन दिया था. यही अधिकारी हैं, जो जोखिम लेकर कोविड से लड़ रहे थे. विपक्ष का सवाल उठाना सही नहीं है. विपक्ष की तरह हम गैर जिम्मेदार नहीं है.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पूरा प्रदेश कोरोना से जूझ रहा है. ऐसे मौके पर एसीएस का लिंक अधिकारी किसी एसीएस को ही बनाना चाहिए. किसी सचिव स्तर के अधिकारी को नहीं. किसी वरिष्ठ अधिकारी को लिंक अधिकारी बनाना चाहिए. अजय चंद्राकर ने कहा कि गैर जिम्मेदारी की बात कर रहे हैं, पूरे कोरोनकाल में एक भी वक्तव्य सरकार की ओर से नही आया.
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि कोरोना से मृत्यु दर देश में 1.4 से कम है. अम्बिकापुर में कमर दर्द से पीड़ित मरीज को कोविड वार्ड में भर्ती कर इलाज किये जाने का आरोप गलत है. मरीज को गंभीर स्थिति में लाया गया था. आपातकालीन वार्ड में मरीज का इलाज किया गया था. मरीज की ईलाज के दौरान मृत्यु हुई थी. वह कोरोना पॉजिटिव नहीं था. यह भी सही नहीं है कि बिलासपुर में मरीजों के ऑपरेशन वेटिंग लिस्ट में है और ऑपरेशन के अभाव में दस मरीजों की मौत हुई है. ऑपरेशन के पहले मरीजों का कोविड टेस्ट किया जाता है, उसके बाद ही ऑपरेशन किया जाता है. कोरोना की वैश्विक महामारी से लड़ने में सरकार सफल रही है.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, उत्तरप्रदेश में 17 हजार 955 एक्टिव केस है और छत्तीसगढ़ में 17 हजार 488 केस है. प. बंगाल में 19 हजार 35 एक्टिव केस है. मध्यप्रदेश में 11 हजार 70 एक्टिव केस हैं. इन राज्यों की आबादी छत्तीसगढ़ से ज्यादा है लेकिन वहां से ज्यादा एक्टिव केस छत्तीसगढ़ में है.
मध्यप्रदेश में किसी भी अस्पताल में भर्ती मरीजों का खर्च सरकार ने उठाने की बात कही है. छत्तीसगढ़ में सरकार क्या कर रही है. यूपी, प बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में 94 फीसदी से ज्यादा रिकवरी रेट है, लेकिन छत्तीसगढ़ में कम है. छत्तीसगढ़ सरकार के पास सात हजार करोड़ रुपये डीएमएफ का है, उसके बावजूद सरकार खर्च नहीं कर रही.
उन्होंने कहा कि गरीब आदमी ईलाज के लिए जाए कहाँ. रायपुर में निजी अस्पतालों के आईसीयू में बेड खाली नहीं है. 31 दिसम्बर के जलसे की तैयारी हो रही है. इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. नाइट कर्फ्यू घोषित किया जाना चाहिए. सरकार ये बताए कि कितने लोगों का इलाज खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत हुआ है?
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की रिकवरी रेट 92.2 फीसदी है. मध्यप्रदेश का जिक्र किया गया वहां देख तो लें कि टेस्टिंग कितनी हुई है. पांच गुना ज्यादा बड़ा राज्य है, लेकिन वहां टेस्टिंग कितनी हो रही है. रिकवरी रेट मुद्दा नहीं है. एक वक़्त छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट 40 फीसदी के करीब था तब मैंने कहा था कि रिकवरी रेट 97 फीसदी से उपर जाएगा. मैं अभी भी कह रहा हूँ कि यह रिकवरी रेट 97 फीसदी तक जाएगा. जहां जांच 200 होती थी, आज उसी छत्तीसगढ़ में जांच प्रतिदिन 35 हजार तक पहुची है. मुझे खुशी है कि एक लाख 13 हजार 796 टेस्ट प्रति लाख तक पहुँच गया है. मध्यप्रदेश में यह दर हमसे आधा है.
बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि आयुष्मान योजना, स्मार्ट कार्ड और खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना से कोरोना के कितने मरीज़ों का इलाज़ किया गया? उन्होंने माँग की है कि रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगाया जाए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना में 38 लाख परिवार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना में 4 लाख परिवार और खूबचंद बघेल योजना में 54 लाख परिवार पंजीकृत हैं. इस पर बृजमोहन ने कहा कि इन योजनाओं से कितने मरीज़ों का इलाज़ हुआ. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ख़ूबचंद बघेल योजना से 17 हज़ार 426 मरीज़ों का इलाज़ हुआ है.
ध्यानाकर्षण में सरकार के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विपक्षी ने किया वॉकाउट