नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन कृषि कानूनों की वापसी का विधेयक पारित हो गया. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सुबह विधेयक को लोकसभा में पेश किया था, जहां से पारित होने के बाद दोपहर को राज्यसभा में पेश किया था. दोनों सदनों से विधेयक के पारित होने के बाद अब यह विधेयक राष्ट्रपति के पास जाएगा.

सालभर पहले संसद से तीन कृषि कानूनों के पारित होने के बाद से ही इसके विरोध में किसान दिल्ली की सीमा पर डट गए थे, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल उनकी बातों को तवज्जों नहीं दिए जाने पर सरकार की मुखालिफत में जुटे थे. अब इन कानूनों को निरस्त करने के लिए लाए गए विधेयक में भी सदन में बहस नहीं कराए जाने से विपक्ष का गुस्सा सातवें आसमान पर है.

लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विधेयक पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन विपक्ष के ही हंगामे के बीच उनकी बात अनसुनी रह गई. वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे को उठाया था. लेकिन यहां भी कोई बात नहीं बनी और विपक्ष के हो-हंगामे के बीच आखिरकार कृषि कानून वापसी विधेयक पारित हो गया.