दिलशाद अहमद,सूरजपुर. प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के भतीजे पर एक युवती के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है. पीड़ित युवती ने गृहमंत्री के भतीजे पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. पीड़ित युवती इस मामले की​ शिकायत करने थाने गई थी, लेकिन आरोपी के रसूख की वजह से पुलिस को पीड़िता की फरियाद नहीं सुनाई दी और पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से ही इंकार कर दिया. हालांकि बाद में आईजी के हस्तक्षेप के बाद इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध तो दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है.

युवती के अनुसार सन् 2014 में वह हाई स्कूल चेंन्द्रा में पढ़ाई कर रही थी उसी दौरान शमोध पैकरा से उसकी जान पहचान हुई. दोनों की जान-पहचान कुछ दिन बाद मोहब्बत में बदल गई. दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे और जब पीड़िता ने शादी की बात कही, तो पीड़िता के नाबालिग होने का हवाला देकर आरोपी शमोध पैकरा उसे टालता रहा. आरोपी द्वारा पीड़िता से बाद में शादी करने का झांसा देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा.

इसी बीच युवती गर्भवती हो गई, जिस पर शमोध ने युवती को गर्भपात कराने के लिए दवाब बनाया लेकिन युवती नहीं मानी और उसने एक बच्ची को जन्म दिया. बच्ची के जन्म के बाद भी शमोध युवती को शादी का आश्वासन देता रहा. बगैर शादी किए आरोपी ने युवती को कई दिनों तक अपने और रिश्तेदारों के घर पर भी रखा. पिछले साल अप्रेल में आरोपी के पिता की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई. उसके बाद जब शमोध की SECL में नौकरी लग गई. तब आरोपी शमोध ने पीड़ित से शादी करने से साफ इंकार कर दिया.

पीड़िता के अनुसार शादी से इंकार किए जाने के बाद वह चेंद्रा पुलिस चौकी में जाकर शमोध के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंची लेकिन पुलिस ने गृहमंत्री के भतीजे के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की. बल्कि पुलिस द्वारा उस पर आरोपी से समझौता करने का थाना में दबाव बनाया गया और आरोपी से समझौता करा दिया गया. इधर कुछ महिने बाद ही आरोपी शमोध ने किसी और युवती से शादी कर ली. शादी के नाम पर रसूखदार प्रेमी से धोखे का शिकार हुई युवती ने पुलिस थाना से लेकर एसपी तक सभी के सामने गुहार लगाई लेकिन सूबे की पुलिस को पीड़िता की फरियाद सुनाई नहीं दी.

बाद में पीड़िता अपनी मासूम सी बच्ची के साथ सरगुजा आईजी के पास पहुंची. पीड़िता ने आईजी को अपनी आपबीती सुनाते हुए उनसे न्याय की गुहार लगाई. पीड़िता की फरियाद सुनकर आईजी ने तुरंत ही आरोपी शमोध के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. जिसके बाद पुलिस ने गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के भतीजे शमोध के खिलाफ IPC की धारा 376 के तहत अपराध तो दर्ज कर लिया है लेकिन रसूखदार आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है.

जब इस मामले एफआईआर करने में हुई देरी को लेकर एसपी जीएस जायसवाल से सवाल किया गया तो उन्होंने गलती मानने की बजाय इसे एक प्रकिया बताया और कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है.

उधर पीड़ित युव​ती की मां ने आरोप लगाया है कि दबाव में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध तो कर लिया है लेकिन अब उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. उसका कहना है कि गृहमंत्री के रिश्तेदार उन पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं जिसकी वजह से उनका परिवार दहशत में जीने को मजबूर है.