रायपुर- मुख्य सचिव और डीजीपी को बदलने के बाद अब भूपेश सरकार ने वन महकमे में भी बड़ा फेरबदल किया है. इसके तहत पीसीसीएफ रीजनल की जिम्मेदारी वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी राकेश चतुर्वेदी को दी गई है. मुदित कुमार सिंह को अब पीसीसीएफ एवं निदेशक,राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान की जिम्मेदारी दी गई है. प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से ही इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ ही वन महकमे में भी बदलाव किया जायेगा. पिछले कुछ दिनों से ही इस बात की चर्चा थी कि मूल रुप से छत्तीसगढ़ के निवासी राकेश चतुर्वेदी को पीसीसीएफ की जिम्मेदारी दी जा सकती है और आज शासन द्वारा जारी आदेश ने इस कयास पर मुहर लगा दी है.

इन दोनों अधिकारियों के अलावा 8 शीर्ष आईएफएस अफसरों के प्रभार में भी बदलाव किया गया है. शिरीष चंद्र अग्रवाल अब पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ की जिम्मेदारी दी गई है,इससे पहले अग्रवाल निदेशक राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के पद पर थे. इसी तरह पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ की जिम्मेदारी संभाल रहे कौशलेन्द्र सिंह को हटाकर उनकी सेवाएं सामान्य प्रशासन विभाग को सौंपी गई है. गौरतलब है कि नान घोटाले में कौशलेन्द्र सिंह की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ की जा रही थी,जिसके चलते यह माना जा रहा था कि सरकार उन्हें इस महत्वपूर्ण पद से कभी भी हटा सकती है.

इनके अलावा संजय शुक्ला को अ.प्र.मु.व.स,अनुश्रवण- मूल्यांकन कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है.इसी तरह आईएफएस अधिकारी पी.सी.पांडेय को अ.प्र.मु.व.स,संरक्षण कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है.सुधीर कुमार अग्रवाल को  अ.प्र.मु.व.स,प्रशासन राज-समन्वय,की जिम्मेदारी दी गई है.यूनूस अली को  अ.प्र.मु.व.स,मानव संसाधन विकास-सूचना प्रौद्योगिकी, कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है.तपेश कुमार झा को  अ.प्र.मु.व.स,विकास-योजना, कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है.इसी प्रकार संजय कुमार ओझा को  अ.प्र.मु.व.स,जैव विविधता बोर्ड, कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है.