नई दिल्ली. भ्रष्टाचार निवारण मामले के विशेष न्यायाधीश ने 14 साल के मासूम के साथ कुकर्म किया. ये पूरा मामला राजस्थान के भरतपुर का बताया जा रहा है. आरोपी का नाम जज जितेन्द्र सिंह गुलिया (Jitendra Singh Gulia ) हैं. आरोप है कि उनके दो अन्य कर्मचारियों ने भी नाबालिग बच्चे का यौन शोषण किया. मामला खुलने पर एसीबी के उपाधीक्षक परमेश्वरलाल यादव (Parmeshwarlal Yadav) पर पीड़ित परिवार को धमकाने का आरोप लगा है. घटना की गंभीरता को देखते हुये हाईकोर्ट प्रशासन ने आरोपी जज को और राज्य सरकार ने एसीबी के उपाधीक्षक को निलंबित कर दिया है. इस घटना के बाद दो वीडियो भी वायरल हुये हैं उनमें आरोपी जज पीड़ित और उसके परिवार से माफी मांगता हुआ नजर आ रहा है.
इस संबंध में पीड़ित परिवार की ओर से जज के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. भरतपुर के मथुरा गेट थाना पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. बाद में आरोपी जज ने भी पीड़ित परिवार के खिलाफ ब्लैकमेल करने का क्रॉस केस दर्ज कराया है.
डर की वजह से घर से बाहर नहीं जा सकते: पीड़िता की मां
पीड़ित की मां ने बताया कि मेरा बेटा टेनिस खेलने जाता था, वहां न्यायाधीश जितेंद्र गुलिया ने उसे अपनी बातों में फंसा लिया और अपने घर ले जाकर गलत काम करते थे. ऐसा कई दिन से चल रहा था. जब बच्चे के शरीर में दर्द हुआ तो उसने पूरी कहानी मुझे बताई. इसकी वजह से बच्चे का पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा था. हमें धमकी दी जा रही है. आज हम इतने डरे हुए हैं कि घर से बाहर भी नहीं जा सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट में राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष के हवाले से कहा जा रहा है कि इस पूरे मामले को लेकर वो जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से बात करेंगी.