नई दिल्ली. जम्मू कश्मीर में भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप की तीव्रता  रिक्टर स्केल 5.9 बताई जा रही है. झटके इतने तेज थे कि राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी झटके महसूस किए गए.

भूकंप: क्या करें तथा क्या ना करें

 

  1.     छत और नींव के पलास्तर में पड़ी दरारों की मरम्मत कराएं.
  2.     यदि कोई संरचनात्मक कमी का संकेत हो तो विषेशज्ञ की सलाह लें.
  3.     सीलिंग में ऊपरी (ओवरहेड) लाइटिंग फिक्सचर्स (झूमर आदि) को सही तरह से टांगें.
  4.     भवन निर्माण मानकों हेतु पक्के इलाके में प्रासंगिक बीआईएस संहिताओं का पालन करें.
  5.     दीवारों पर लगे शेल्फों को सावधानी से कसें.
  6.     नीचे के शेल्फों में बड़ी अथवा भारी वस्तुओं को रखें. भारी वस्तुओं को ऊपर कतई मत रखें.
  7.     सांकल/चिटकनी वाली लकड़ी की निचली बंद कैबिनेटों में ऐसे सामान रखें, जो आसानी से टूट सकते हैं. जैसे चीनी मिट्टी के बर्तन आदि.

सुरक्षित स्थानों को तलाश कर रखें

  1.     घर के अंदर और बाहर सुरक्षित स्थानों को तलाश कर रखें. यदि भूकंप आये, तो आप सीधे उसी स्थान पर जायें. कुछ सुरक्ष‍ित स्थान- मजबूत खाने की मेज, बिस्तर के नीचे. किसी भीतरी दीवार के साथ.
  2.     उस जगह से दूर रहें जहां खिड़की, शीशे, तस्वीरों से कांच गिरकर टूट सकता हो या जहां किताबों के भारी शेल्फ अथवा भारी फर्नीचर नीचे गिर सकता हो. खुले क्षेत्र में बिल्डिंग, पेड़ों, टेलीफोन, बिजली की लाइनों, फ्लाईओवरों तथा पुलों से दूर रहें.
  3.     आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को जरूर अपने मोबाइल में सेव रखें (जैसे डाक्टरों, अस्पतालों, तथा पुलिस आदि के टेलीफोन नंबर). स्वयं तथा परिवार के सदस्यों को भूकंप के बारे में जानकारी दें.