रामेश्वर मरकाम, धमतरी. अलशंस इन्फोटेक कॉलेज की संचालिका के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. संचालिका का नाम सलमा परवीन है. जिस पर पीजीडीसीए, डीसीए कंप्यूटर ट्रेनिंग और मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत फर्जी तरीके से प्रशिक्षण देकर प्लेसमेंट देने का आरोप है.

संचालिका के करीबी रिश्तेदार सराफुद्दीन रिजवी ने इस मामले को लेकर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था. जिस पर नगरी पुलिस ने कॉलेज की संचालिका सलमा परवीन के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. बहरहाल पुलिस इस मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि मामले की जांच के बाद और भी कई खुलासे हो सकते है.

बता दें कि नगरी में संचालित अलशंस इंफोटेक महाविद्यालय ने सैकड़ो बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण दिया, लेकिन प्लेसमेंट के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया है. आरटीआई से मिले दस्तावेज में इलाके के तकरीबन 500 से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाना बताया गया है. हालांकि युवाओं ने इस संस्था से पीजीडीसीए, बीसीए, डीसीए, बीकांम आदि का कोर्स किया है. लेकिन अधिकांश युवाओं को प्लेसमेंट नहीं दिया गया है. जबकि दस्तावेज कहते है कि सभी युवा अलग अलग संस्थाओ में कार्यरत है. आरटीआई से मिले जानकारी के बाद युवाओं ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन ये कर उचित कार्यवाही की मांग की थी.

इस खबर को ‘लल्लूराम डॉट कॉम’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसके बाद विभाग की ओर से मामले की जांच करते हुए कॉलेज की संचालिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया था. अब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कॉलेज की संचालिका को गिरफ्तार कर लिया है.

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